रेल पटरियों के रखरखाव में लापरवाही को लेकर संसद में पेश किए गए महालेखागार परीक्षक यानी की सीएजी (CAG) रिपोर्ट में इसे जल्द से जल्द ठीक करने की नसीहत दी गई है।
संसद में पेश सीएजी की रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2014-15 और 16-17 में रेलवे के पांच जोन में जो 16 रेल हादसे हुए हैं उसमें ज्यादातर खराब पटरियों और रखरखाव की कमी की वजह से हुए।
सीएजी की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रेलवे ट्रैक में कमजोरी की वजह से होने वाले खतरे को देखते हुए 294 रूटों पर स्थायी गति प्रतिबंध (पीएसआर) को लागू किया गया है।
रेल ट्रैक को लेकर यह ऑडिट 1 अप्रैल से 31 मार्च 2016 के बीच किया गया है। इस आधार पर सीएजी ने रेल मंत्रालय को 29 चुनिंदा बेहद व्यस्त ट्रैक (HDN) और 8 कम व्यस्त ट्रैक पर मरम्मत के काम को तरजीह देने का सुझाव दिया है।
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सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक यह तथ्य भी सामने आया है कि भारतीय रेल के 37 चयनित वर्गों में रखरखाव को सुदृढ़ बनाने और निर्धारित दिशा-निर्देशों को कड़ाई से लागू करने की जरूरत है। रेलवे अधिकारियों दिशा-निर्देशों के मुताबिक ट्रैकों का निरीक्षण नहीं करते हैं।
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Source : News Nation Bureau