लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. हालांकि इस दौरान राहुल गांधी ने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जिनपर बीजेपी समेत एनडीए के तमाम सांसदों ने आपत्ति जताई. जिसके चलते राहुल गांधी के भाषण के कुछ हिस्सों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया. राहुल गांधी की इन बयानों को रिकॉर्ड से हटाने पर आरजेडी नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इसे लोगों की यादों से मिटाया नहीं जा सकता. झा ने कहा कि "आप इसे संसद के रिकॉर्ड से हटा सकते हैं लेकिन आप इसे लोगों की यादों से नहीं हटा सकते. कोई भी पार्टी या संगठन किसी भी धर्म का प्रतिनिधि नहीं है."
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बता दें कि राहुल गांधी ने लोकसभा में दिए भाषण पर राजनीतिक गरमाहट पैदा हो गई. राहुल के केंद्र सरकार पर निशाना साधने वाले उनके संबोधन के कई हिस्से संसद के रिकॉर्ड से हटा दिए गए. हटाए गए हिस्सों में हिंदुओं और पीएम नरेंद्र मोदी-बीजेपी-आरएसएस समेत अन्य पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं. राहुल गांधी ने सोमवार दोपहर लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान अपने भाषण में भाजपा और आरएसएस पर हिंसा और नफरत फैलाने और उपदेश देने का आरोप लगाया. उनकी इन टिप्पणियों का ट्रेजरी बेंचों ने विरोध किया.
पीएम मोदी और गृह मंत्री ने किया विरोध
राहुल गांधी के उन बयानों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सहित अन्य सदस्यों ने भी अपना विरोध व्यक्त किया. इस दौरान कांग्रेस सांसद की टिप्पणियों का खंडन करने के लिए खड़े हुए. बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस सांसद पर ''झूठ बोलने, सदन को गुमराह करने और पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक बताने का आरोप लगाया.
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राहुल गांधी ने दी सफाई
बता दें कि सोमवार को राहुल गांधी ने भगवान शिव, पैगंबर मोहम्मद, गुरु नानक, ईसा मसीह, भगवान बुद्ध और भगवान महावीर का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने निर्भयता का विचार उनकी शिक्षाओं से लिया है. पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. प्रधानमंत्री ने कहा, ''पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना बहुत गंभीर मामला है.'' हालांकि, राहुल गांधी ने अपनी टिप्पणी का समर्थन करते हुए कहा कि पूरी भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पूरे हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं.
Source : News Nation Bureau
'लोगों की यादों से मिटाया नहीं जा सकता', राहुल गांधी की टिप्पणी को रिकॉर्ड से हटाने पर बोले RJD सांसद मनोज झा
राहुल गांधी के लोकसभा के भाषण के कुछ हिस्सों को रिकॉर्ड से हटाए जाने पर आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि भारत को रिकॉर्ड से हटाया जा सकता है लोगों की यादों से नहीं हटाया जा सकता.
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लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. हालांकि इस दौरान राहुल गांधी ने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जिनपर बीजेपी समेत एनडीए के तमाम सांसदों ने आपत्ति जताई. जिसके चलते राहुल गांधी के भाषण के कुछ हिस्सों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया. राहुल गांधी की इन बयानों को रिकॉर्ड से हटाने पर आरजेडी नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इसे लोगों की यादों से मिटाया नहीं जा सकता. झा ने कहा कि "आप इसे संसद के रिकॉर्ड से हटा सकते हैं लेकिन आप इसे लोगों की यादों से नहीं हटा सकते. कोई भी पार्टी या संगठन किसी भी धर्म का प्रतिनिधि नहीं है."
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बता दें कि राहुल गांधी ने लोकसभा में दिए भाषण पर राजनीतिक गरमाहट पैदा हो गई. राहुल के केंद्र सरकार पर निशाना साधने वाले उनके संबोधन के कई हिस्से संसद के रिकॉर्ड से हटा दिए गए. हटाए गए हिस्सों में हिंदुओं और पीएम नरेंद्र मोदी-बीजेपी-आरएसएस समेत अन्य पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं. राहुल गांधी ने सोमवार दोपहर लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान अपने भाषण में भाजपा और आरएसएस पर हिंसा और नफरत फैलाने और उपदेश देने का आरोप लगाया. उनकी इन टिप्पणियों का ट्रेजरी बेंचों ने विरोध किया.
पीएम मोदी और गृह मंत्री ने किया विरोध
राहुल गांधी के उन बयानों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सहित अन्य सदस्यों ने भी अपना विरोध व्यक्त किया. इस दौरान कांग्रेस सांसद की टिप्पणियों का खंडन करने के लिए खड़े हुए. बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस सांसद पर ''झूठ बोलने, सदन को गुमराह करने और पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक बताने का आरोप लगाया.
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राहुल गांधी ने दी सफाई
बता दें कि सोमवार को राहुल गांधी ने भगवान शिव, पैगंबर मोहम्मद, गुरु नानक, ईसा मसीह, भगवान बुद्ध और भगवान महावीर का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने निर्भयता का विचार उनकी शिक्षाओं से लिया है. पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. प्रधानमंत्री ने कहा, ''पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना बहुत गंभीर मामला है.'' हालांकि, राहुल गांधी ने अपनी टिप्पणी का समर्थन करते हुए कहा कि पूरी भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पूरे हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं.
Source : News Nation Bureau