निठारी कांड के मुख्य दोषी सुरेंद्र कोली को नंदा देवी मर्डर केस में दोषी ठहराए जाने के बाद सीबीआई की विशेष अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। गौतलब है कि साल 2006 में नोएडा के एक कोठी में सिलसिलेवार तरीके से हो रहे हत्याकांड में पुलिस ने सुरेंद्र कोली को गिरफ्तार किया था जिसमें आरोप था कि उस कोठी के आसपास के इलाकों से गायब हो रहे बच्चों की हत्या में कोली भी शामिल था।
गौरतलब है कि मनिंदर सिंह पंढेर की कोठी में काम करने वाली 25 साल की आनंदा देवी 31 अक्टूबर 2006 को लापता हो गई थी। बाद में आनंदा देवी की हत्या में भी सुरेंद्र कोली का ही नाम सामने आया था।
सुरेंद्र कोली मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा का रहने वाला है। वो साल 2000 में दिल्ली आया था जिसके बाद मोनिंदर सिंह पंढेर से जान पहचान होने के बाद नोएडा के एक कोठी में काम करने लगा जिसके बाद साल 2004 में उसपर निठारी कांड को अंजाम देने का आरोप लगा।
Source : News Nation Bureau