जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दोनों तरफ चलने वाली साप्ताहिक बस सेवा 'कारवां-ए-अमन' सोमवार को फिर शुरू हो गई. पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद यह बस सेवा बंद कर दी गई थी. हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई थी. अधिकारियों ने कहा, "विभाजित परिवारों को लाने-ले जाने वाली 'कारवां-ए-अमन' बस सेवा पुंछ जिले के चकन दा बाग और पाकिस्तान के रावलकोट के बीच संचालित है और यह सोमवार को दोबारा शुरू हो गई."
अधिकारियों ने कहा, "सीमा पार गए आठ स्थानीय लोग आज (सोमवार) वापस आए वहीं दो लोग यहां से रवाना हुए." अधिकारियों ने कहा कि उरी के निकट सलमाबाद ट्रेड फेसीलिटेशन सेंटर और पाकिस्तान में मुजफ्फराबाद के निकट चकोटे के बीच एक अन्य शांति बस सेवा सोमवार को संचालित की गई.
यहां से पांच स्थानीय नागरिक मुजफ्फराबाद से गए वहीं अपने विभाजित परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए आठ लोग सीमा पार से यहां आए.
भारत और पाकिस्तान के बीच अप्रैल 2005 में 'कॉन्फिडेंस बिल्डिंग' के तहत यह बस सेवा सीमा के दोनों तरफ रहने वाले पारिवारिक लोगों को मिलाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी.
Source : IANS