फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ नफरत, धार्मिक विद्वेष तथा राष्ट्रीय एकता को खण्डित करने के आरोप में बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
नगर थाना के प्रभारी नित्यानंद चौहान ने मंगलवार को बताया कि बेतिया के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के आदेश पर फारूक अब्दुल्ला और अभिनेता ऋषि कपूर के खिलाफ अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है।
प्राथमिकी में दोनों पर नफरत, घृणा, धार्मिक विद्वेष फैलाने तथा राष्ट्रीय एकता को खण्डित करने के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
उल्लेखनीय है कि बेतिया व्यवहार न्यायालय के वकील मुराद अली ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में एक परिवाद दायर कर आरोप लगाया था कि अब्दुल्ला का बयान पाकिस्तान के नियंत्रण वाला कश्मीर का हिस्सा पाकिस्तान के साथ ही रहेगा और इसमें किसी प्रकार का बदलाव नहीं होगा।
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परिवाद पत्र में कहा गया था कि यह बयान देश तोड़ने वाला और विधि द्वारा स्थापित सरकार के प्रति घृणा पैदा करने वाला है, जिस कारण आरोपी पर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
ऋषि कपूर के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में आरोप है कि उन्होंने फारूक अब्दुल्ला के बयान पर ट्वीट कर कहा, 'फारूक अब्दुल्ला जी सलाम, मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूं। जम्मू एवं कश्मीर हमारा है और पीओके उनका। सिर्फ इसी तरीके से हम समस्या को हल कर सकते हैं। पीओके पाकिस्तान का है और यह नहीं बदलने वाला, चाहे भारत-पाक एक-दूसरे से कितना भी युद्घ लड़ लें।'
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इस परिवाद पत्र की सुनवाई के बाद अदालत ने नगर थाना प्रभारी को प्राथमिकी दर्ज कर मामले का अनुसंधान करने का आदेश दिया था। अधिवक्ता मुराद अली ने इस मामले में अखबार में छपी खबरों को आधार बनाया है।
इधर, थाना प्रभारी ने बताया कि पूरे मामले की छानबीन प्रारंभ कर दी गई है। जांच का जिम्मा नगर थाने के अवर निरीक्षक रंजीत पासवान को सौंपा गया है।
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Source : IANS