बिहार के भागलपुर जिले के नाथनगर में हिंदू नववर्ष जुलूस के दौरान उपद्रव मामले में पुलिस ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री और बक्सर क्षेत्र के सांसद अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
नाथनगर के पुलिस निरीक्षक मोहम्मद जनीफउद्दीन ने सोमवार को बताया कि दो समुदायों के बीच शनिवार को शुरू हुए संघर्ष मामले को लेकर नाथनगर थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि पहली प्राथमिकी में बिना अनुमति के जुलूस निकालना और सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने व हथियार के साथ खुलेआम घूमने का आरोप लगाया गया है। इसमें भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे सहित 21 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा एक अन्य प्राथमिकी में सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने तथा पथराव करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में आठ लोगों को नामजद तथा 500 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को हिंदू नववर्ष के मौके पर इस इलाके में एक जुलूस निकाला गया था जिस पर पथराव की घटना हुई थी। इसके बाद दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए थे। पुलिस ने आशंका जताई कि जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने 'भड़काऊ' नारे लगाए जिसकी वजह से हिंसा भड़की। भाजपा हालांकि इन आरोपों को खारिज कर रही है।
मंत्री पुत्र शाश्वत पिछले विधानसभा चुनाव में भागलपुर से भाजपा के प्रत्याशी थे लेकिन चुनाव हार गए थे।
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पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने इस क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं अगले आदेश तक बंद कर दी हैं। क्षेत्र में अभी भी तनाव बना हुआ है। क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
उल्लेखनीय है कि भागलपुर संप्रदायिक तनाव के लिए संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। वर्ष 1989 में हुए दंगे के लिए यह क्षेत्र चर्चित रहा था।
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Source : IANS