दिल्ली मेट्रो के पांच स्टेशनों पर विवादित नारे लिखने के मामले का दिल्ली पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. स्पेशल सेल के पुलिस आयुक्त एचजी धालीवाल ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सभी आरोपियों को पंजाब से पकड़ लिया गया है. इन्होंने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के इशारे पर रकम लेकर दीवारों पर पेंटिंग तैयार की थी. मेट्रो स्टेशन पर विवादित नारे के पेंट के वीडियो खुद पन्नू ने 27 अगस्त को पोस्ट किया था. इसके साथ जिम्मेदारी भी ली. इसे जी-20 शिखर सम्मेलन से जोड़कर सोशल मीडिया पर चलाया गया. 26 जनवरी से पहले भी इस तरह की घटना देखने को मिली थी. इस मामले में विक्रमजीत के नाम के एक आरोपी और शख्स को पकड़ा गया था.
मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई
नारे लिखने को लेकर पंजाब के रहने वाले प्रीतपाल सिंह को पकड़ लिया गया है. प्रीतपाल के दोस्त राजविंदर सिंह को हिरासत में ले लिया गया है. उसे दिल्ली में लाया गया है. उसे पकड़ लिया गया है. इस घटना को लेकर मेंट्रो पुलिस ने आईपीसी की धारा 153, 153A, 505 के तहत एक एफआईआर को दर्ज किया था. वहीं एक अन्य प्राथमिकी दिल्ली पुलिस ने दर्ज करी है.
आतंकी पन्नू से जुड़ा आरोप
दोनों आरोपियों को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल को ट्रांसफर कर दिया गया है. प्रीतपाल सिंह एक किसान, उसकी उम्र 30 वर्ष है. वह पहले एक स्थानीय फैक्ट्री में स्टोर कीपर का काम करता था. पुलिस ने बताया कि वह बीते एक साल से फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया के जरिए गुरपतवंत सिंह पन्नू से जुड़ा था. वे एक एप के जरिए बात किया करता था.
आरोपी को पता था कि वह पकड़ा जाएगा
दिल्ली पुलिस के अनुसार, आरोपी को पता था कि वह पकड़ा जाएगा. इसलिए दीवारों पर लिखने के 3-4 दिन पहले वह राजधानी में आए और अपना फोन बंद कर दिया. गुरपतवंत सिंह के अनुसार, पन्नू ने इन लोगों को 7 हजार डॉलर देने का वायदा किया था. इसमें से 3500 डॉलर इन्हें दे चुका था. ये लोग 25 अगस्त की देर रात पंजाब मेल से सुबह दिल्ली पहुंचे थे. 26 अगस्त देर शाम को इन्होंने ग्राफिक्स को पेंट किया था. इसके बाद वे 27 अगस्त को वापस पंजाब चले गए.
Source : News Nation Bureau