दिल्ली एनसीआर से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पहुंचने और कथित तौर पर अपनी कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट की जानकारी नहीं देने को लेकर कोविड-19 के तीन रोगियों पर मामले दर्ज किये गये हैं. मंडी के पुलिस अधीक्षक गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि एक महिला समेत दो रोगियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है, वहीं एक रोगी पर आईपीसी की धाराओं 188 (लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा), 269 और 270 (घातक रोक का संक्रमण फैलाने से संबंधित) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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उन्होंने कहा कि एक कोविड-19 रोगी समेत पांच सदस्यों का परिवार सोमवार को दो टैक्सियों में दिल्ली के नेहरू विहार से मंडी के श्री लाल बहादुर शास्त्री सरकार मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुंचा. शर्मा के अनुसार पूछताछ पर पता चला कि कोविड-19 संक्रमित रोगी ने गलत जानकारी देकर अनुमति ली और अंतरराज्यीय नाकों पर बीमारी के बारे में तथ्य छिपाए.
पुलिस के अनुसार परिवार जोगिंदरनगर की लाल भरोल तहसील का रहने वाला है. एसपी के अनुसार कोविड-19 रोगी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसी तरह एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और दो बच्चे सोमवार को दिल्ली से टैक्सी से लाल भरोल तहसील पहुंचे. एसपी के अनुसार दिल्ली में चारों की 14 जून को कोविड- 19 के लिए जांच की गयी थी और महिला संक्रमित पाई गयी थी.
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शर्मा ने कहा कि चारों को दिल्ली में पृथक-वास में रखा गया था लेकिन उन्होंने यह बात किसी को नहीं बताई और जोगिंदरनगर टैक्सी से आए और रास्ते में टैक्सी चालक तथा अन्य लोगों के संपर्क में आए. एसपी ने कहा कि नौ जून को 51 वर्षीय एक रोगी गुड़गांव से टैक्सी से नेरचौक मेडिकल कॉलेज पहुंचा.
वह भी लाल भरोल तहसील का निवासी है. उन्होंने अपनी कोविड-19 जांच रिपोर्ट दिखाई और मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने पर जोर दिया.एसपी ने कहा कि व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188,269 और 270 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
Source : Bhasha