मराठा आरक्षण की आग में महाराष्ट्र सुलग रहा है। आरक्षण की आग मुंबई से पुणे तक जा पहुंची। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर कई जगहों में तोड़फोड़, आगजनी-सड़क जाम, पुलिस पर हमले और बंद की घटनाएं सामने आईं।
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर एक 35 वर्षीय व्यक्ति ने कथित रूप से ख़ुदकुशी कर ली। विदा गांव में रहने वाले अभिजीत देशमुख ने पेड़ से लटक कर अपनी जान दे दी।
यह जानकारी पुलिस ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दी। पुलिस ने बताया कि एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें मराठा आरक्षण के साथ बेरोज़गारी और बैंक कर्ज को भी ख़ुदकुशी का कारण बताया गया है।
मराठा आरक्षण मुद्दे पर महाराष्ट्र में अब तक पांच लोग अपनी जान दे चुके है।
पुणे के चाकन के बड़े इलाकों और आसपास के इलाकों में अगजनी, हिंसा, सड़क जाम करने की घटनाएं हुईं।
मराठा आरक्षण के दौरान हिंसा फ़ैलाने के लिए चार से पांच हज़ार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दो केस दर्ज किये गए है।
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मराठा आंदोलन के पुणे के चाकन, हिंजेवाड़ी, खेड़ व पुणे-नासिक राजमार्ग पर हिंसक हो जाने से पांच राज्य परिवहन की बसों सहित दो दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
इस बीच शिवसेना, और विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों के साथ बैठकें की।
प्रमोद नाम के एक व्यक्ति ने कल ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली थी। प्रमोद ने मुकुंदवाड़ी क्षेत्र में चलती ट्रेन के सामने कथित रूप से छलांग लगा दी।
पिछले सोमवार को 28 वर्षीय काकासाहेब दत्तात्रेय शिंदे ने आरक्षण की मांग को लेकर गोदावरी नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। शिंदे की मौत के बाद राज्य में कई जगहों पर बंद किया गया, सड़क और रेल मार्गो में व्यवधान उत्पन्न किया गया।
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Source : News Nation Bureau