कावेरी मैनेजमेंट बोर्ड (सीएमबी) के गठन में केंद्र सरकार की देरी को लेकर तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईडीएमके) मंगलवार को राज्यव्यापी भूख हड़ताल कर रही है।
इस भूख हड़ताल में तमिलनाडु कैबिनेट के सभी मंत्री शामिल हैं। साथ ही मुख्य विपक्षी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) कार्यकर्ता भी राज्य में प्रदर्शन कर रहे हैं।
राज्य के सभी 32 जिलों में मंगलावार को हो रहे इस भूख हड़ताल में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीसामी और उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेलवम भी शामिल हैं।
राज्य में कई संगठनों ने इस मुद्दे पर मंगलवार को बंद का ऐलान किया है। राज्य भर में 20 लाख से ज्यादा दुकानें बंद हैं। वहीं डीएमके सीएमबी के गठन में देरी को लेकर 5 अप्रैल को राज्य भर में बंद करने वाली है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सीएमबी के गठन के मुद्दे पर तमिलनाडु सरकार की अवमानना याचिका पर 9 अप्रैल को अगली सुनवाई करेगी। केंद्र सरकार ने सीएमबी के गठन के लिए सुप्रीम कोर्ट से तीन महीने का समय और मांगा था।
राज्यव्यापी हड़ताल को देखते हुए तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित कावेरी मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली निकल गए हैं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 16 फरवरी को ही केंद्र सरकार को 6 हफ्ते के अंदर कावेरी मैनेजमेंट बोर्ड और कावेरी वाटर रेगुलेटरी कमेटी गठित करने का आदेश दिया था, समयसीमा खत्म होने के बावजूद सरकार ने अब तक इसे गठित नहीं किया है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु के हिस्से की 177.25 हजार मिलियन क्यूबिक फीट कावेरी की पानी को कम करके कर्नाटक की हिस्सेदारी को बढ़ा दी थी।
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HIGHLIGHTS
- भूख हड़ताल में तमिलनाडु कैबिनेट के सभी मंत्री शामिल
- राज्य भर में 20 लाख से ज्यादा दुकानें बंद हैं
- मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन कर रहे हैं
Source : News Nation Bureau