CBI में चल रही वर्चस्व की जंग में छुट्टी पर भेजे गए निदेशक आलोक वर्मा से CVC दफ्तर में पूछताछ चल रही है. इस दौरान वह अपना बयान दर्ज करा रहे हैं. बता दें कि जांच पूरी होने तक आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया था. मामला सुप्रीम कोर्ट में भी गया था. सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व न्यायाधीश की निगरानी में CVC को जांच करने के लिए कहा था. उसी के तहत वर्मा से पूछताछ चल रही है. वर्मा पर दो करोड़ रुपये घूस लेने का आरोप है.
सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) निदेशक आलोक वर्मा गुरुवार को भी केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के सामने पेश हुए थे. आलोक वर्मा से केंद्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी ने पूछताछ की. इस दौरान वर्मा ने सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज किया. आलोक वर्मा सीवीसी के दफ्तर में दोपहर को पहुंचे थे और करीब दो घंटे तक रुके. सीवीसी अधिकारियों ने बिना किसी अन्य जानकारी दिए बताया कि वर्मा ने केवी चौधरी और सतर्कता आयुक्त शरद कुमार से मुलाकात की.
सुप्रीम कोर्ट ने 26 अक्टूबर को अस्थाना द्वारा वर्मा पर लगाए गए आरोपों की जांच को पूर्ण करने के लिए केंद्रीय सतर्कता आयोग को दो सप्ताह का समय दिया था. सीबीआई के शीर्ष अधिकारियों के बीच उपजे विवाद के बाद 24 अक्टूबर को सरकार ने वर्मा और अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया था. अधिकारियों के मुताबिक, राकेश अस्थाना ने भी सीवीसी से मुलाकात की.
बता दें कि पूर्व न्यायाधीश ए के पटनायक की निगरानी में केंद्रीय सर्तकता आयोग आलोक वर्मा के खिलाफ आरोपों की जांच कर रही है. अधिकारियों ने कहा कि अस्थाना द्वारा वर्मा पर लगाए गए आरोपों की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारियों से सतर्कता आयोग ने हाल ही में पूछताछ की है.
वर्मा ने मंगलवार को अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के सभी आरोपों को खारिज किया था और कहा कि उन्होंने जो कार्रवाई की वह अस्थाना के खिलाफ चल रहे मामले की जांच से संबंधित थी.
Source : News Nation Bureau