सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput Death Case) की मौत के मामले में सीबीआई (CBI) जल्द ही दूसरे चरण की जांच शुरू करने जा रही है. इससे पहले सीबीआई इस मामले में आईपीसी की धारा 302 (मर्डर) को जोड़ सकती है. सुशांत के मौत के मामले में एम्स के मेडिकल बोर्ड ने विसरा रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं. रिपोर्ट के बाद ही सीबीआई अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है. सूत्रों का कहना है कि सीबीआई इस मामले में सुशांत के मैनेजर सिद्धार्थ पिठानी और कुक नीरज को सरकारी गवाह बना सकती है.
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विसरा रिपोर्ट में नहीं मिला जहर पर नहीं थी साधारण खुदकुशी
सुशांत की विसरा रिपोर्ट में किसी भी तरह के जहर की बात सामने नहीं आई है. वहीं मेडिकल रिपोर्ट में कई ऐसे तथ्य सामने आए हैं जो संकेत दे रहे हैं कि सुशांत की मौत साधारण खुदकुशी नहीं थी. मेडिकल रिपोर्ट में कूपर अस्पताल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भी कई सवाल खड़े किए गए. इसमें सबसे बड़ा शक सुशांत की मौत के समय का दर्ज ना किए जाने को लेकर था. एम्स के डॉक्टर सुधीर गुप्ता के मुताबिक कूपर हॉस्पिटल में सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाते समय कई जरूरी बातों का ध्यान नहीं रखा. ये सवाल इसलिए उठाए जा रहे हैं क्योंकि इनका रिपोर्ट में होना जरूरी होता है.
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चश्मदीद का दावा-13 जून को सुशांत से मिली थीं रिया
मुंबई में बीजेपी के सेक्रेटरी और एडवोकेट विवेकानंद गुप्ता का कहना है कि एक चश्मदीद ने दावा किया है सुशांत सिंह राजपूत की मौत से एक दिन पहले ही रिया चक्रवर्ती, सुशांत सिंह राजपूत से मिलने आई थीं. उन्होंने एक चैनल को बताया कि चश्मदीद ने दावा किया है कि 13 जून को रात करीब 2 से 3 बजे रिया, सुशांत से मिलने आईं थीं. इसके बाद सुशांत उन्हें घर छोड़ने भी गए थे. ऐसे में रिया का ये कहना है कि 8 जून को सुशांत से अलग होने के बाद वह उनसे नहीं मिलीं ये झूठ है.
Source : News Nation Bureau