पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने (कैश फॉर क्वेरी) के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. सीबीआई ने इस मामले में प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के पत्र का हवाला देते हुए महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर सवाल पूछने का गंभीर आरोप लगाया और जांच की मांग की. दुबे ने दावा किया था कि टीएमसी सांसद ने संसद में सवाल पूछने के लिए खरबपति कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लिए थे.
कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में कहा कि कई मौकों पर महुआ मोइत्रा से मुलाकात हुई. उसने हलफनामे में कहा कि उन्होंने एक सांसद के रूप में अपनी ईमेल आईडी मेरे साथ शेयर की, जिससे की मैं उन्हें जानकारी भेज सकूं और वह संसद में प्रश्न पूछ सके.
टीएमसी सांसद ने कई अनुचित काम भी करवाएं- दर्शन हीरानंदानी
मैं उनके प्रस्ताव के साथ था, जिसमें कुछ जानकारी मेरे साथ साझा की गई, इसी आधार पर मैंने जरूरत पड़ने पर उनके संसदीय लॉगिन इस्तेमाल करके सवाल तैयार किए और पोस्ट करना जारी रखा. दर्शन ने यह भी दावा किया कि टीएमसी नेता ने उनसे कई तरह की मदद मांगी. उन्होंने कहा कि कई बार मुझे लगा कि वह मेरा अनुचित फायदा उठा रही हैं और मुझ पर उन चीजों को करने के लिए दबाव डाल रही हैं, जिसकी आत्मा उन्हें इजाजत नहीं देती थी, पर मेरे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं था, इसलिए मैंने वह सब किया जो मुझे नहीं करना चाहिए था.
यह भी पढ़ें: टीवी पत्रकार सौम्या हत्याकांड में सजा का ऐलान, अदालत ने 4 आरोपियों को डबल उम्रकैद की सजा सुनाई
सांसद दुबे ने लोकसभा स्पीकर को लिखा पत्र
दरअसल, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ स्पीकर को खत लिखा था और आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा के संसद की लॉगिन आईडी से एक व्यवसायी को लॉगिन करने का पासवर्ड दिया गया. निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए एक उद्योगपति से पैसे लेने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक ‘जांच समिति’ गठित करने का लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र भी लिखा. दुबे ने पत्र में विशेषाधिकार के गंभीर उल्लंघन, सदन की अवमानना और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-ए के तहत एक अपराध में संसद सदस्य महुआ मोइत्रा की सीधी संलिप्तता का आरोप लगाया. दुबे ने वकील से मिले पत्र का हवाला देते हुए कहा कि वकील ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता और उद्योगपति के बीच रिश्वत के लेनदेन के सबूत साझा किए.
Source : News Nation Bureau