हाथरस केस में सीबीआई जांच हो या नहीं, इसे लेकर अभी संशय की स्थिति बनी हुई है. योगी सरकार ने 5 दिन पहले मामले की जांच के लिए केंद्र को इसी अनुशंसा की थी. अभी तक सीबीआई की ओर से इस मामले में कोई जवाब नहीं मिला है. देशभर में चर्चित इस मामले में सीबीआई की ओर से शिथिलता बरतने को लेकर सवाल उठ रहे हैं. सीबीआई ने ना तो अब तक इस मामले में एफआईआर दर्ज की है और न ही घटना से संबंधित दस्तावेज स्थानीय पुलिस से तलब किए हैं.
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12 अक्टूबर को होनी है सुनवाई
सूत्रों का कहना है कि सीबीआई इस मामले में 12 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई का इंतजार कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में आगे की जांच की दिशा तय सकता है. शासन की ओर से इस मामले में पहले ही एसआईटी का गठन किया जा चुकी है. पहले एक सप्ताह में एसआईटी को अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी लेकिन नए तथ्य सामने आने के बाद इस समय 10 दिन के लिए और बढ़ा दिया गया.
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पीड़ित परिवार ने ही की थी मामले की सीबीआई जांच की मांग
इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से ही मामले की सीबीआई जांच की मांग की गई थी. इस मामले में मुख्यमंत्री की ओर से उसी दिन घटना की जांच सीबीआई से कराए जाने की संस्तुति कर दी. वहीं एसआईटी ने गुरुवार को पीड़िता के गांव के चालीस लोगों को नोटिस जारी कर उन्हें पूछताछ के लिए हाथरस पुलिस लाइंस बुलाया और उनके बयान दर्ज किए. इनमें गांव के वह लोग भी शामिल हैं, जो घटना के समय घटना स्थल के आस-पास अपने खेतों पर काम कर रहे थे या फिर अंत्येष्टि के समय मौके पर मौजूद थे.
Source : News Nation Bureau