Odisha Train Accident: ओडिशा में तीन ट्रेनों के आपस में टकराने से भीषण हादसा हो गया. हादसे में मरने वालों का आंकड़ा 280 तक पहुंच चुका है. मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है. वहीं, घायलों का इलाज जारी है. वहीं, दूसरी ओर हादसे वाली जगह पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शनिवार से घटनास्थल पर मौजूद और हालात का जायजा ले रहे हैं. इस बीच आज रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा ऐलान किया. वैष्णव ने कहा कि रेलवे ने ओडिशा ट्रेन दुर्घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है. जल्द ही सीबीआई हादसे की जांच शुरू कर देगी. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ट्रेन हादसे की जांच कमेटी कर रही है. इसके अलावा रेलवे ने सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की है.
बालासोर में हुए ट्रेन हादसे वाली जगहों से ट्रैक पर पड़े पटरी और मलबे को हटाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी ट्रैक को खाली करने में मदद कर रही हैं. घटनास्थल वाली जगह को पहले जैसे करने की कोशिश चल रही है. खुद अश्विनी वैष्णव हालात पर नजर बनाए हुए हैं.टेकनेशियन, इंजीनियर, मजदूर समेत कई वरिष्ठ अधिकारी ट्रैकों को सही कर रहे हैं. रेलवे ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि बुधवार से इस ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी.
कोरोमंडल एक्सप्रेस को मिली थी ग्रीन सिग्नल
रेलवे बोर्ड की सदस्य जया वर्मा ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस को ग्रीन सिग्नल मिली थी. कोरोमंडल एक्सप्रेस 128 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से जा रही थी. वहीं, यशंवतपुर एक्सप्रेस भी 126 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही थी. ड्राइवर को ग्रिन सिग्नल देखा और तेजी से गाड़ी को आगे जाने दिया.
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सिग्नल फेल होने की वजह से हुआ था हादसा
बता दें कि 2 जून को ओडिशा के बालासोर जिले में सिग्नल फेल होने की वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस दूसरे ट्रैक पर चली गई और सामने से आ रही यशवंतपुर एक्सप्रेस से जा भिड़ी और डाउन लिंक पर पहले से खड़ी मालगाड़ी भी कोरोमंडल की चपेट में आ गई. हादसा इतना खौफनाक और भीषण था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई कोच पटरी से उतर गए. वहीं, यशवंतपुर एक्सप्रेस की दो बोगियां भी डिरेल हो गई. हादसे में 280 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, 1000 लोग घायल हैं. घायलों को बालासोर, कटक समेत अन्य अस्पतालों में इलाज जारी है.