सोमवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सीबीएसई पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए दो टीचर्स के स्कूल प्रिंसिपल से पूछताछ की।
बता दें कि रविवार को पुलिस ने 12वीं कक्षा के इकनॉमिक्स पेपर लीक मामले में एक निजी स्कूल के दो अध्यापकों ऋषभ और रोहित को गिरफ्तार किया था।
इस मामले में दो अध्यापकों के साथ एक कोचिंग सेंटर के ट्यूटर तौकीर की भी गिरफ्तारी हुई है।
इस मामले में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने कहा, 'एग्जाम से पहले प्रश्न पत्र को सीबीएसई सिंडिकेट बैंक की विभिन्न शाखाओं के लॉकर में जमा कराती है। पेपर वाले दिन सुबह-सुबह सीबीएसई के प्रतिनिधि अपने एरिया के बैंक से पेपर कलेक्ट करते हैं और फिर अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले एग्जामिनेशन सेंटर पर पहुंचाते हैं। स्कूल में पेपर पहुंचाने का समय लगभग 10 बजे होता है, मगर बवाना के निजी स्कूल में ऐसा नहीं हुआ।'
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पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों ने बयान दर्ज कराया है कि सीबीएसई अधिकारी के.एस. राणा एग्जाम वाले दिन सुबह 9 बजे तक प्रश्न पत्र स्कूल में पहुंचा देते थे।
9 बजकर 5 मिनट पर प्रश्न पत्र के लिफाफे को डी-सील कर दिया जाता था। स्कूल के स्टूडेंट्स को सुबह 9 बजे बुला लिया जाता था और एक घंटे के अंतराल में स्टूडेंट्स को प्रश्नों के उत्तर बता दिए जाते थे।
इसके बाद स्कूल से ही एक बस में बैठाकर बच्चों को परीक्षा केंद्र ले जाया जाता था। इस स्कूल का परीक्षा केंद्र लगभग 2 किलोमीटर दूर एक स्कूल में था।
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Source : News Nation Bureau