केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपने पांव पीछे हटा लिए हैं। दरअसल, सीबीएसई ने अब ग्रेस मार्क्स मोडरेशन नीति पर दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट नहीं जाने का फैसला किया है।
इससे पहले गुरुवार को यह खबर आई थी कि मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने पर बात हुई थी।
इस विवाद के चलते सीबीएसई के दसवीं और बारहवीं परीक्षा के परिणाम में देरी हो रही थी। लेकिन अब विवाद सुलझता नजर आ रहा है और संभव है कि जल्द ही बोर्ड नतीजों का ऐलान करे।
बता दें कि बोर्ड ने ग्रेस मार्क्स देने वाली मॉडरेशन पालिसी को दो महीने पहले खत्म कर दिया था, लेकिन मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने इसे फिर से बहाल कर दिया। इससे कन्फ्यूजन का माहौल बन गया और फैसले को देखते हुए सीबीएसई ने नतीजों को रोक दिया था।
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दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि इस नीति को खत्म करना है तो इसे अगले सत्र से किया जाए क्योंकि इस सत्र में जो छात्र परीक्षा दे रहे हैं उन्हें प्रवेश के समय इसके बारे में पता नहीं था। इससे उनके परीक्षा परिणाम पर असर पड़ेगा क्योंकि इसकी जानकारी होने पर वो अपनी तैयारी और बेहतर करते।
बता दें कि ग्रेस मार्क्स का यह फैसला देश के 32 बोर्डो ने मिल कर लिया था। हालांकि, सीबीएसई ने इस बार 10वीं व 12 वीं की अतिरिक्त अंक नीति (मॉडरेशन पालिसी) को खत्म कर दिया था।
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Source : News Nation Bureau