तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. इस हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 लोगों की जान चली गई है. इस हादसे में सीडीएस बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का भी निधन हो गया है. वायुसेना ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है. सीडीएस बिपिन रावत किसी पहचान के मोहताज नहीं है. पाकिस्तान को खुली चेतावनी देने वाले जनरल के तौर पर बिपिन रावत जाने जाते थे. सीडीएस बिपिन रावत ने अपने करियर में कई कीर्तिमान स्थापित किए. बिपिन रावत के नेतृत्व में भारतीय सेना ने कई ऑपरेशन्स को अंजाम दिया है. आइये हम आपको बिपिन रावत के 3 बड़े ऑपरेशन के बारे में बताते हैं, जिन्हें पूरी दुनिया याद रखती है.
पहला
जनरल बिपिन रावत ने 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए करगिल युद्ध में हिस्सा लिया था. इस युद्ध में भारत को जीत मिली थी. सरकार ने 2001 में उस समय के उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में करगिल युद्ध की समीक्षा के लिए जीओएम का गठन किया था. जीओएम ने सीडीएस के नियुक्ति की सिफारिश की थी. इसका उद्देश्य तीनों सेनाओं में तालमेल बनाना है.
दूसरा
सीडीएस बिपिन रावत ने 4 जून 2015 को म्यांमार की सीमा में घुसकर सफल ऑपरेशन किया था. उन्होंने म्यांमार में नगा आतंकियों के खिलाफ सफल सर्जिकल स्ट्राइक कराई थी. म्यंमार सर्जिकल स्ट्राइक वाली टीम को बिपिन रावत ही लीड कर रहे थे
तीसरा
सीडीएस बिपिन रावत ने 28-29 सितंबर 2016 को पीओके सर्जिकल स्ट्राइक में भी अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने आर्मी चीफ बनने के बाद जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन आल ऑउट को जारी रखा था. साथ ही सीडीएस बिपिन रावत ने पुलवामा अटैक के बाद पकिस्तान के बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभाई थी.
आर्मी चीफ से सीडीएस तक का सफर
- बिपिन रावत ने 01 सितंबर 2016 को आर्मी के वाइस चीफ का पद संभाला और 31 दिसंबर 2016 को इंडियन आर्मी के 26वें चीफ की जिम्मेदारी मिली.
- 30 दिसंबर 2019 को बिपिन रावत को भारत के पहले सीडीएस के रूप में नियुक्त किया गया.
- बिपिन रावत ने 01 जनवरी 2020 को CDS का पदभार ग्रहण किया था.
Source : News Nation Bureau