आठ दिसंबर को हेलीकॉप्टर हादसे ( CDS Bipin Rawat's helicopter crash case ) का शिकार हुए देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ( CDS ) जनरल बिपिन रावत ( CDS General Bipin Rawat ) समेत 14 लोगों के मामले की जांच में फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वाइस रिकॉर्डर का विश्लेषण पूरा हो गया है. दरअसल, तीनों सेवाओं की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने अपनी प्रारंभिक जांच में इन रिकॉर्डिंग का विश्लेषण किया है. कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने हादसे का कारण को मैकेनिकल समस्या, नुकसान अथवा लापरवाही बताया है. यह जानकारी आज यानी शुक्रवार को भारतीय वायु सेना ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है.
Tri-Services Court of Inquiry into the Mi-17 V5 accident on 08 Dec 21 (which killed CDS Rawat & others) in its preliminary findings analysed Flight Data Recorder and Cockpit Voice Recorder; has ruled out mechanical failure, sabotage or negligence as a cause of the accident: IAF
— ANI (@ANI) January 14, 2022
वायु सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत अन्य 14 अफसर सवार थे, वह मौसम में आए अचानक बदलाव और आकाश में अचानक बादल छा जाने की वजह से हादसे का शिकार हुआ था. वायु सेना ने बताया कि हेलीकॉप्टर बादलों में चले जाने की वजह से पायलट रास्ते को लेकर भ्रमित हो गया था. जांच के दौरान सामने आए तथ्यों में खुलासा हुआ है कि इस मामले को लेकर कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने कुछ सिफारिशों भी की हैं जिनकी फिलहाल समीक्षा की जा रही है.
Source : News Nation Bureau