जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने और अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के भारत सरकार के फैसले के बाद जम्मू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने सोमवार को जश्न मनाया. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने का प्रस्ताव राज्यसभा में पेश किया, जिसे पारित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया जाएगा. पहला जम्मू एवं कश्मीर, जहां एक विधानसभा होगी और दूसरा लद्दाख जहां कोई विधानसभा नहीं होगी.
भारत का झंडा हाथों में लिए कुछ छात्रों ने इसे नफरत की दीवार गिराए जाने जैसा कहा. दूसरे राज्यों में भी जश्न का माहौल रहा, जिसमें तेलंगाना भी शामिल था. यहां लोग अपने घरों से बाहर आए और इस अवसर पर पटाखे फोड़कर अपनी खुशी का इजहार किया. हालांकि, पाकिस्तान से प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं की आशंका के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को सीमा पर किसी प्रकार का तनाव न हो इसके चलते किसी भी प्रकार का जश्न मनाने पर रोक लगा दी.
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सीमा पर तनाव बढ़ने के बीच मुख्यमंत्री ने राज्य पुलिस को निर्देश जारी किया कि वह पाकिस्तान की तरफ से पंजाब में अशांति उत्पन्न करने की स्थिति से निपटने को लेकर तैयार रहे. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने राज्य में पढ़ रहे आठ हजार कश्मीरी विद्यार्थियों की सुरक्षा को और बढ़ा दिया है. उन्होंने पुलिस अधीक्षक और उपायुक्त को निर्देश दिए कि वे विद्यार्थियों से मिलें और उनसे व्यक्तिगत रूप से बात करें.इसबीच, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल कथित तौर पर क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के मद्देनजर जम्मू एवं कश्मीर की यात्रा कर सकते हैं.
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HIGHLIGHTS
- 370 खत्म होने पर J&K यूनिवर्सिटी में मना जश्न
- सोमवार को राज्यसभा में पारित हुआ प्रस्ताव
- कश्मीरी छात्रों ने जताई खुशी, कहा ऐतिहासिक निर्णय
Source : आईएएनएस