देश एक तरफ कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा था, तो दूसरी तरफ कुछ आराजक तत्व डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले कर रहे थे. वहीं, अब केंद्र सरकार ने इस पर एक्शन लिया है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और प्रशासकों को स्वास्थ्य कर्मियों के हमलों की घटनाओं की जांच के उपायों के कार्यान्वयन के लिए पत्र लिखा है. केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को कहा गया है कि वह स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करने वालों पर एफआईआर (FIR) दर्ज करें.
आईएमए ने एक बयान में कहा, डॉक्टरों और स्वास्थ्य पेशेवरों के खिलाफ बढ़ती हिंसा को देखकर हम बहुत आहत हैं. यह दिन-ब-दिन हो रहा है. आईएमए हिंसा के खिलाफ कानून के लिए दबाव बना रहा है. अब स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने इन खबरों पर सख्त रुख अख्तियार किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि डॉक्टरों के साथ किसी भी तरह की हिंसा गैर-जमानती अपराध की श्रेणी में आती है. मंत्रालय ने राज्यों को लिखे एक खत में निर्देश दिया है कि डॉक्टरों की सुरक्षा का पूरा खयाल रखा जाए.
केंद्र की ओर से कहा गया है कि चिकित्सकों, स्वास्थ्य सेवा कर्मियों पर कोई हमला उनके बीच असुरक्षा की भावना पैदा कर सकता है. पिछले दिनों डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के विरुद्ध केंद्रीय कानून की मांग पर दबाव बनाने के लिए बिहार और मध्य केरल में डॉक्टरों ने क्लीनिक को बंद रखा था. इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए आईएमए की प्रत्येक शाखा में एक समन्वय टीम बनाने के लिए जन संवाद की व्यवस्था की गई है.
20,49,101 टीके की खुराक पहली खुराक के रूप में दी गई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पहली खुराक के लिए 44 वर्ष के लोगों को असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल ने 18 आयु वर्ग के 10 लाख से अधिक लाभार्थियों को प्रशासित किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे बताया कि 20,49,101 टीके की खुराक पहली खुराक के रूप में दी गई और 78,394 वैक्सीन खुराक दूसरी खुराक के रूप में 18-44 वर्ष आयु वर्ग में दी गई, जिससे भारत का संचयी COVID टीकाकरण कवरेज 27.62 करोड़ हो गया.
HIGHLIGHTS
- डॉक्टरों पर हुए हमलों पर केंद्र ने लिया एक्शन
- राज्यों एफआईआर (FIR) दर्ज करने का आदेश
- 20,49,101 टीके की खुराक पहली खुराक के रूप में दी गई