केंद्र सरकार अब असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का डेटा बेस तैयार करेगी. यह काम श्रम और रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत ई श्रम पोर्टल के माध्यम से किया गया जाएगा. जानकारी के अनुसर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव आज यानी गुरुवार को ई-श्रम पोर्टल का शुभारंभ किया. इस मौके पर देश भर के श्रम मंत्री,श्रम सचिव और दूसरे अधिकारी वर्चुअल तारीके से जुड़े थे. इसके साथ ही पार्लियामेंट्री कमेटी के सदस्य भी जुड़े थे. इस दौरान बताया गया कि पोर्टल पर 38 करोड़ मजदूरों का डेटा बेस तैयार किया जाएगा. इसमे निर्माण कार्य ,रेहड़ी पटरी,कृषि मज़दूर ,घरेलू कामगार,ट्रक चालक ,मनरेगा मज़दूर ,बीड़ी मजदूर सहित तमाम मज़दूरों का डेटा तैयार होगा.
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कोरोनकाल में प्रवासी मज़दूर लॉक डाउन में संघर्ष करते दिखे थे. आज केंद्र सरकार ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत कर रही है. बिहार से निर्माण मजदूरों के अलावा प्रवासी श्रमिक, रेहड़ी-पटरी वाले और घरेलू कामगार बड़ी संख्या में हैं, बिहार को सबसे ज्यादा 3.5 करोड़ पंजीकरण का टारगेट,बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा ने न्यूज़नेशन से कहा हमने 31 दिसम्बर का टारगेट पूरा करने का लक्ष्य रखा है।उन्होने बताया कि कोरोना की स्थिति देख हमलोगों ने ई रोजगार पोर्टल की तैयारी की थी,19 लाख श्रमिक रजिस्टर कर लिए गए थे मगर जब इस ई श्रमिक पोर्टल की जानकारी मिली तो उसे रोक दिया गया. अब इसे सफल बनायेंगें. सबसे बड़ा कामगार असंगठित छेत्र के है,अब डेटा बेस तैयार होगा,अब किसी भी मज़दूर को भटकना नही पड़ेगा,पोर्टल पर सारी जानकारी मौजूद रहेगा सरकार के सभी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी. रजिस्ट्रेशन कराना बहुत आसान होगा. प्रवासी मजदूरों की पूरी जानकारी अब एक जगह उपलब्ध होगा.
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इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय असंगठित क्षेत्र के करीब 38 करोड़ मजदूरों के लिए 12 अंकों का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) और ई-श्रम कार्ड जारी करेगा. यह कार्ड पूरे देश में मान्य होगा. इस कार्ड से से देश के असंगठित मजदूरों को एक नई पहचान मिलेगी, जिसका फायदा उनके लिए चलाई जाने वाली योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा के माध्यम से उन तक पहुंचेगा. इस पोर्टल पर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स, प्रवासी मजदूर, रेहड़ी-पटरी वाले अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. कार्ड बनते हुए असंगठित क्षेत्र के वर्करों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना (PMSYM), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) का लाभ भी पहुंच सकेगा.
Source : News Nation Bureau