Financial Support to Poor Prisoners : भारत सरकार देश की जेलों में बंद गरीब कैदियों की मदद के लिए योजना बना रही है. जिसमें वो गरीबी की वजह से मामूली जुर्माना तक न भर कर जेलों में बंद होकर जिंदगी गुजार रहे कैदियों का उद्धार करेगी. इस योजना के तहत हजारों लोगों को जैल की दुष्कर जिंदगी से आजादी मिलेगी. बता दें कि भारत की अधिकतर जेलों में क्षमता से अधिक कैदी बंद हैं. इनमें से बहुत सारे कैदी ऐसे हैं, जिनके अब तक ट्रायल तक शुरू नहीं हुए हैं, तो बहुत सारे ऐसे भी कैदी हैं, जो महज 500 या 1000 रुपये न होने के चलते जेलों में बंद हैं.
होम मिनिस्ट्री करने वाली है ये काम
सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ( Home Ministry ) उन कैदियों की पहचान कर रही है, जो मामूली अपराधों के चलते या फिर जुर्माना अदा न कर पाने की वजह से सालों से जेल में बंद है. इसमें से बहुत सारे ऐसे लोग भी हैं, जो महज 1000 या 2 हजार रुपये का जुर्माना भी नहीं भर पाए हैं और इसकी वजह से अपनी सजा पूरी कर लेने के बाद भी कई साल से जेलों में बंद है.
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किस तरह के अपराधियों को छोड़ने की योजना बना रही सरकार?
किसी ट्रैफिक नियम, रेलवे के नियम, लड़ाई-झगड़ा या मारपीट होने की सूरत में लगने वाला जुर्माना या सजा के साथ लगे जुर्माने को न भर पाने वाले लोगों को सरकार इतना फायदा देने की सोच रही है. इसमें कुछ ऐसे कैदी भी हैं, जिन्हें 5 साल की जेल की सजा और 1 हजार रुपये जुर्माना हुआ. वो सजा पूरी भी कर चुके हैं, लेकिन जुर्माना भरने लायक न तो राशि जुटा सके हैं, न ही अपने लिए वकील. ऐसे कैदियों की सरकार मदद करने वाली है. वो कानूनी सहायता से लेकर जुर्माने की राशि तक भी अदा कर सकती है.
HIGHLIGHTS
- केंद्र सरकार बड़ी योजना पर कर रही काम
- गरीब कैदियों की जेलों से बाहर निकलने में करेगी मदद
- जेलों से भीड़ भी होगी कम, गरीब परिवारों में लौटेंगे खुशियां