रविवार को एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत केंद्र सरकार ने पांच राज्यों के राज्यपालों को इधर से उधर कर दिया है. ऐसा माना जा रहा है कि राज्यपालों की नई नियुक्ति संबंधित राज्यों में आसन्न विधानसभा चुनावों के मद्देनजर की गई है. हालांकि जिन राज्यों में चुनाव नहीं हैं, वहां राज्यपाल को राजनीतिक नफा-नुकसान के तहत भेजा गया है. राष्ट्रपति भवन से जारी विज्ञप्ति के तहत संबंधित राज्य का राज्यपाल पद संभालते ही उनकी नियुक्ति प्रभावी मानी जाएगी. पिछले दिनों भी कई राज्यों में गवर्नरों की नियुक्ति की गई थी. अब तक केरल में गवर्नर पूर्व चीफ जस्टिस पी. सदाशिवम थे, जिनका हाल ही में कार्यकाल खत्म हुआ है.
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ये बदलाव हुए
इस बदलाव के तहत अब तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे कलराज मिश्र को राजस्थान का गवर्नर बनाया गया है. कलराज मिश्र के स्थान पर बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल का राज्यपाल बनाया गया है. भगत सिंह कोशियारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल बना कर भेजा गया है. आरिफ खान को केरल तो तमिलसाईं सौंदर्याराजन को तेलंगाना का राज्यपाल बना कर भेजा गया है. रविवार को जारी सूची में आरिफ मोहम्मद खान का नाम सबसे ज्यादा चौंकाने वाला रहा है. माना जा रहा है मोदी सरकार के समर्थन का पुरस्कार उन्हें दिया गया है.
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आरिफ मोहम्मद खान सरप्राइज पैकेज
आरिफ मोहम्मद खान को प्रगतिशील मुस्लिम चेहरे के तौर पर जाना जाता है. तीन तलाक जैसे अहम मसलों पर भी उन्होंने मुखरता से अपनी राय रखी थी और इसे मुस्लिम महिलाओं के लिए अच्छा फैसला बताया था. कभी कांग्रेस में रहे आरिफ मोहम्मद खान लंबे समय से सक्रिय राजनीति से दूर थे. 1984 में शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट को संसद द्वारा कानून बनाकर पलटे जाने के विरोध में उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. बता दें कि आरिफ़ मोहम्मद खान ने मोदी सरकार का ट्रिपल तलाक़ और जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने का समर्थन किया था.
HIGHLIGHTS
- कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश से राजस्थान भेजा गया.
- पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान रहे सरप्राइतज पैकेज.
- तीन तलाक और धारा 370 पर किया था सरकार का समर्थन.