महाराष्ट्र और हरियाणा के आसन्न विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे पर जाने की खबरें हैं. वह कहां जा रहे हैं इसको लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. ऐसे में कांग्रेस के नेताओं ने इसे निजी मसला बताते हुए टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है. यह अलग बात है कि गांधी परिवार की ऐसी किसी निजी यात्रा पर निगाह रखने के लिए केंद्र सरकार ने स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप (SPG) की सुरक्षा के नियमों में फेरबदल कर दिया है. इसके तहत गांधी परिवार का कोई भी सदस्य अब बगैर एसपीजी सुरक्षा के देश से बाहर नहीं जा सकेगा. यही नहीं, एसपीजी के कमांडो विदेश दौरे पर भी उनके साथ रहेंगे. जाहिर है कांग्रेस ने इसे केंद्र की जासूसी की मंशा करार दिया है.
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विदेश दौर पर साथ रहेंगे एसपीजी के कमांडो
केंद्र सरकार के नए नियमों के मुताबिक गांधी परिवार के किसी भी सदस्य के विदेश यात्रा पर पूरे समय उनके साथ एसपीजी सुरक्षा रहेगी. यह एसपीजी सुरक्षा के लिए अनिवार्य कर दिया गया है. अगर गांधी परिवार के सदस्य इसे स्वीकार नहीं करते हैं तो सुरक्षा कारणों के मद्देनजर उनकी विदेश यात्रा में कटौती भी की जा सकती है. बता दें कि अब तक एसपीजी सुरक्षाकर्मी पहले विदेशी डेस्टिनेशन तक ही गांधी परिवार के साथ जाते थे. इसके बाद गांधी परिवार के सदस्य अपनी निजता का हवाला देकर सभी सुरक्षाकर्मियों को वापस भारत लौटा देते थे. इससे आगे की विदेश यात्रा के दौरान उनके लिए जोखिम बढ़ जाता था.
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वापस दिल्ली लौटने तक साथ रहेगी एसपीजी
केंद्र के नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक, अब अगर गांधी परिवार का कोई सदस्य लंदन दौरे पर जाता है, तो एसपीजी के सुरक्षाकर्मी दिल्ली लौटने तक उनके साथ साए की तरह रहेंगे. अगर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के परिवार का कोई सदस्य लंदन से यूरोप या अमेरिका जाना चाहता है, तो संबंधित देश में भारतीय दूतावास स्थानीय पुलिस के साथ उन्हें एसपीजी सुरक्षा के अलावा भी सुरक्षा मुहैया कराने के लिए बात करेगा. बता दें कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की उनके ही सुरक्षाकर्मियों ने हत्या कर दी थी. इसके बाद 1985 में देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए अलग से खास सुरक्षा दस्ता बनाया था. यह सुरक्षा दस्ता ही एसपीजी कहलाता है.
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विदेश दौरे के हर मिनट की जानकारी अनिवार्य
केंद्रीय सचिवालय की ओर से एसपीजी को जारी नए दिशा-निर्देशों के तहत गांधी परिवार को अब अपनी यात्राओं के हर मिनट की जानकारी मुहैया करानी होगी. गांधी परिवार से उनकी पिछली कुछ यात्राओं का ब्योरा भी मांगा गया है. नए दिशा-निर्देश जहां गांधी परिवार को पूरी दुनिया में सुरक्षा मुहैया कराएंगे, वहीं केंद्र को उनके हर कदम पर नजर रखने में भी मददगार साबित होंगे. अब तक सुरक्षा प्राप्त किसी भी व्यक्ति के किसी देश में पहुंचने पर भारतीय दूतावास या उच्चायोग की जिम्मेदारी होती थी कि वे स्थानीय पुलिस के सहयोग से उन्हें पूरी सुरक्षा मुहैया कराएं. ये व्यवस्था अब भी जारी रहेगी, लेकिन अब स्थानीय पुलिस के साथ ही एसपीजी भी उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएगी.
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कांग्रेस ने लगाया जासूसी का आरोप
यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी इस फरमान को गांधी परिवार पर सरकारी निगरानी रखे जाने की मंशा से जोड़ रही है. कांग्रेस प्रवक्ता बृजेश कलप्पा ने मीडिया रिपोर्ट्स में कहा कि यह सीधा-सीधा निगरानी रखने का मामला है. हालांकि, बीजेपी ने कांग्रेस के इस आरोप को सिरे से नकार दिया है. कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए दिग्गज नेता टॉम वडक्कन ने इसे केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बताया है. गौरतलब है कि एसपीजी सुरक्षा के दायरे में गांधी परिवार के तीन सदस्य आते हैं. सोनिया, राहुल के अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा को भी एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है.
HIGHLIGHTS
- केंद्र सरकार ने स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप की सुरक्षा के नियमों में फेरबदल कर दिया है.
- अब एसपीजी के कमांडो विदेश दौरे पर भी गांधी परिवार के सदस्यों के साथ रहेंगे.
- कांग्रेस का आरोप - यह सीधा-सीधा निगरानी रखने का मामला है.