चंद्रयान-2 मिशन (Chandrayaan2 mission) को लेकर भले ही झटका लगा हो, लेकिन पूरी दुनिया भारत का लोहा मान रही है. इसरो के वैज्ञानिकों के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है. मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने इसरो की टीम और मोदी सरकार को इसके लिए शुभकामनाएं दी है.
उन्होंने कहा, 'मैं भारत सरकार और इसरो की टीम को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को उतारने की उनकी कोशिश के लिए बधाई देना चाहता हूं.'
पीएम प्रविंद जगन्नाथ आगे कहा, 'हालांकि इस बार सफल लैंडिंग नहीं हो पाई लेकिन दुनिया भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की ताकत को पहचान गई है. हम भविष्य में मॉरीशस और इसरो टीम के बीच सहयोगी प्रयासों के लिए तत्पर हैं.'
लैंडर विक्रम का शनिवार तड़के चांद के सतह पर उतरने से कुछ समय पहले संपर्क टूटने और चंद्रयान मिशन-2 को झटका लगने के कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ी मेहनत करने के लिए सैकड़ों भारतीयों अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की हौसला अफजाई की और उनसे हिम्मत नहीं हारने के लिए कहा.
इसे भी पढ़ें:5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए बनी टास्क फोर्स, बनाएगी रोडमैप
शनिवार को राष्ट्र के नाम संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि विज्ञान में असफलता नहीं होती बल्कि प्रयास और प्रयोग होते हैं. इस पूरे मिशन के दौरान देश कई बार आनंदित हुआ है. अभी भी ऑर्बिटर पूरी शान से चंद्रमा के चक्कर लगा रहा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने इसरो को आने वाले हर मिशन के लिए शुभकामनाएं दिया.
HIGHLIGHTS
- मॉरीशस के प्रधानमंत्री इसरो की टीम और मोदी सरकार को इसके लिए शुभकामनाएं दी है
- उन्होंने कहा दुनिया भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की ताकत को पहचान गई
- मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने भारत के साथ अंतरिक्ष में काम करने की जताई इच्छा