मिशन चंद्रयान-3 पर भारत ही नहीं दुनिया भर के वैज्ञानिकों के साथ-साथ आम लोगों की नजरें टिकी हुई हैं. जैसे-जैसे चंद्रयान की लैंडिग का समय करीब-आ रहा है. वैसे-वैसे लोगों की धड़कने भी बढ़ती जा रही हैं. देश के कोने-कोने से हर तबके के लोग 'मून मिशन' के सफल होने की कामना कर रहे हैं. हर को मिशन मून की सफलता के लिए भारत समेत दुनिया के कई देशों में पूजा-अर्चना की गई है. भारत के मंदिरों में पूजा पाठ, गुरुद्वारों में अरदास और मस्जिदों में दुआओं का सिलसिला जारी है. सुबह से ही काशी, मथुरा और हरिद्वार में हवन-पूजन किया जा रहा है. वहीं, तमिलनाडु के रामेश्वरम मंदिर में शिव की अराधना की गई. पुणे के सिद्धिविनायक मंदिर में ने लोगों ने पूजा अर्चना की.
मिशन मून की सफलता के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज दिल्ली के बंगला साहब गुरुद्वारा में मत्था टेका और सफलता की कामना की. वहीं, ओडिशा के भुवनेश्वर में मुस्लिमों ने नवाज अता कर मिशन मून की सफलता की कामना की. इसके अलावा प्रयागराज में स्कूली बच्चों ने रेत पर चांद की तस्वीर उकरेकर हम होंगे कामयाब की कामना की.
#WATCH | Union Minister Hardeep Singh Puri takes part in the special ardas at Gurdwara Bangla Sahib in Delhi for the successful lunar landing of Chandrayaan-3. pic.twitter.com/nwr46WqWfK
— ANI (@ANI) August 23, 2023
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दुनिया की नजर भारत पर टिकी
भारत समेत पूरी दुनिया की नजर इस समय चांद पर टिकी हुई हैं. अब से कुछ ही देर बाद यानी 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 चांद की दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा. चंद्रयान चांद की सतह पर उतरने में कामयाब होने के बाद अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की ओर से ये बड़ी छलांग होगी. अगर मिशन मून सफल हो जाएगा तो भारत इकलौता देश होगा जो इस हिस्से पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफल होगा.
#WATCH | Odisha | People offer special prayers at a mosque in Bhubaneswar for the successful lunar landing of Chandrayaan-3. pic.twitter.com/in2nNnEnDD
— ANI (@ANI) August 23, 2023
यहां देखें चंद्रयान-3 का लाइन प्रसारण
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग कार्यक्रम का लाइव प्रसारण शाम 5 बजकर 20 मिनट से इसरो की वेबसाइट, यूट्यूब चैनल और डीडी नेशनल पर शुरू हो जाएगा. जैसे ही चांद की सतह पर विक्रम लैंडर लैंड करेगा कि उसका एक साइट पैनल कवर हो जाएगा. इसके बाद प्रज्ञान रोवर छह पहियों के जरिए बाहर आएगा और इसरो से कमांड मिलने के बाद चांद की साउथ पोल पर आगे बढ़ेगा.
वो 17 मिनट होगा अहम
इसरो की मानें तो 30 किलोमीटर की ऊंचाई से चंद्रयान-3 का लैंडर चांद की दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा. चांद की सतह तक पहुंचने की पूरी प्रक्रिया में 17 मिनट 21 सेकेंड का समय लगेगा. ये सबसे महत्वपूर्ण समय होगा. क्योंकि चंद्रयान-3 के लैंडर को इस वक्त खुद से ही आगे बढ़ना होगा. इस दौरान वैज्ञानिकों की ओर से कोई कमांड नहीं दिया जाएगा. यानी आखिरी पलों में लैंडर के लिए गलती की कोई गुंजाइश नहीं हो सकती.
Source : News Nation Bureau