उत्तराखंड में चार धाम यात्रा अपने चरम पर चल रही है. इस बीच केदारनाथ धाम में यूट्यूबर्स और ब्लॉगर्स की वजह से कई समस्याएं भी खड़ी हो रही है. इसे देखते हुए सरकार कड़ा रुख अपना सकती है. दरअसल, बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र अजय का कहना है कि उत्तराखंड में मौजूद चारों धाम हम सब हिंदू धर्म के लोगों की असीम आस्था के प्रतीक हैं. यह धाम हम सब लोगों के लिए प्रेरणादायक केंद्र है, लेकिन सोशल मीडिया पर बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी के वीडियो या फोटो को वायरल किया जाता है तो इससे कहीं ना कहीं हमारी धार्मिक भावनाएं आहत होती है. लिहाजा, आने वाले समय में बद्रीनाथ के साथ-साथ खासतौर से केदारनाथ में भी यूट्यूबरों और ब्लॉगरों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा रहा है.
बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने 2 साल पुरानी रिया वाणी की वायरल वीडियो का खंडन करने के साथ ही हाल ही में साइबेरियन हस्की कुत्ते की केदारनाथ से वायरल हुई वीडियो पर कार्रवाई की बात करते हुए कहा कि इस तरह के विषय अगर निरंतर आते रहेंगे तो निश्चित तौर से मंदिर समिति को इन धामों में आने वाले यूट्यूब पर और ब्लॉगर पर सख्ती से पेश आने पर मजबूर होना होगा. बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि इन तमाम घटनाओं को मद्देनजर रखते हुए आने वाले समय में बद्रीनाथ के साथ-साथ खासतौर से केदारनाथ में यूट्यूब पर और ब्लॉगस पर प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा रहा है.
दरअसल, तकरीबन 2 साल पहले 2019 में यूट्यूब से रिया वाणी ने केदारनाथ यात्रा को लेकर शूट किए गए ब्लॉग को 2020 में लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर अपलोड किया था. उसके बाद इस वीडियो ब्लॉक में केदारनाथ में पूजा अर्चना को लेकर कई आरोप लगाए गए थे. यह वीडियो तकरीबन 2 साल पुराना है और इसमें केदारनाथ धाम में पूजा अर्चना को लेकर कई सवाल उठाए गए थे. इस वीडियो में आरोप प्रत्यारोप के बाद रिया वाणी को सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल भी किया गया था. मामला भले ही 2 साल पुराना हो, लेकिन आज भी यह केदारनाथ में यात्रा का संचालन करने वाली बद्री केदार मंदिर समिति के सिर का दर्द बना हुआ है. यह वीडियो वर्तमान में चल रही यात्रा को लेकर आज भी वायरल किया जा रहा है और लगातार केदारनाथ धाम को लेकर भ्रम की स्थिति बन रही है.
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कुत्ते का केदारनाथ में तिलक होने का मामला हुआ वायरल
इसके अलावा सोशल मीडिया पर इन दिनों एक और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें एक साइबेरियन हस्की ब्रीड के कुत्ते को उसका मालिक केदारनाथ धाम में दर्शन करवा रहा है और केदारनाथ धाम में मौजूद नंदी पर कुत्ते से माथा टिकवा रहा है. वहीं, पंडित भी कुत्ते का तिलक कर रहे हैं. इस वीडियो को भी इंस्टाग्राम और वीडियो ब्लॉग के जरिए अपलोड किया गया है, जिस पर लोगों के तरह तरह के कमेंट्स आ रहे हैं. इस वीडियो को भी ट्रोल किया जा रहा है, जिस पर मंदिर समिति का कहना है कि इन सारे विषयों पर मंदिर समिति एक सख्त कदम उठाने जा रहा है. बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय अजय का कहना है कि केदारनाथ धाम में ली गई कुत्ते की इस ताजा वीडियो का परीक्षण किया जा रहा है. अगर यह सही पाया गया तो इस पर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, इस तरह के विषय जब तक कोई मजबूत कदम नहीं उठाया जाएगा, तब तक आते रहेंगे. लिहाजा, माना जा रहा है कि मंदिर समिति सरकार से इन स्थानों पर यूट्यूबर्स और ब्लॉगर्स को प्रतिबंधित करने की मांग कर सकती है.
HIGHLIGHTS
- धार्मिक स्थलों पर विवादित वीडियो बनाने से आस्था को पहुंच रही ठेस
- विवादित वीडियो वायरल होने पर मंदिर समिति की भी बढ़ती है परेशानी
- तीर्थ स्थानों की छवि बचाने के नाम पर यू-ट्यूबर्स व ब्लॉगर्स होंगे बैन