तबलीगी मरकज़ (Tablighi Markaz) मामले में क्राइम ब्रांच (Delhi Police Crime Branch) आज जमात में शामिल हुए 83 विदेशियों के खिलाफ 20 चार्जशीट दाखिल कर रही है. एक देश से अगर 10 लोग आए तो उस मामले में एक चार्जशीट दाखिल की जा रही है और अगर एक देश से सिर्फ एक या दो लोग हैं तो उसमें भी एक अलग चार्जशीट दायर की जाएगी. चार्जशीट तीन अलग-अलग धाराओं में दायर की जाएगी. आरोपियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम एक्ट, वीजा नियमों के उल्लंघन के मामले और अपेडमिक डिसीस एक्ट भी लगाए जाएंगे. चार्जशीट में सऊदी अरब के 10, चीन के 7, फिलिपींस के 6, ब्राजील के 8 और 1 रूस का नागरिक है.
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सोमवार को तब्लीगी मरकज के मुखिया मौलाना साद (Maulana Saad) के 5 करीबियों पर शिकंजा कस गया है. इन पांचों के पासपोर्ट क्राइम ब्रांच ने जब्त कर लिए हैं. ये पांचों नामजद आरोपी हैं और मौलाना साद के करीबी बताए जा रहे हैं. जब तक मामले की जांच चल रही है, तब तक इनमें से कोई भी आरोपी देश के बाहर नहीं जाएगा. क्राइम ब्रांच के अनुसार, मरकज़ से जुड़ा कोई भी फैसला हो, मौलाना साद इनको उसमें जरूर शामिल करता था.
इससे पहले क्राइम ब्रांच ने तब्लीगी मरकज के 700 विदेशी जमातियों को पूछताछ में शामिल होने को लेकर नोटिस दिया था. अब तक 300 जमातियों से पूछताछ हो चुकी है और 400 जमातियों से पूछताछ बाकी है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, अब तक की पूछताछ में जमातियों ने खुलासा किया है कि वे जनता कर्फ्यू के अगले ही दिन 20 मार्च को मरकज से जाना चाहते थे, लेकिन मौलाना साद ने उन्हें रोक लिया.
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इस खुलासे से पुलिस को मौलाना साद (Maulana Saad) के खिलाफ और महत्वपूर्ण सबूत हाथ लगे हैं. पुलिस का कहना है कि लॉकडाउन (Lockdown) से पहले पुलिस की ओर से नोटिस दिए जाने के बाद भी मौलाना साद ने जमातियों को मरकज में रोका.
Source : News Nation Bureau