शुक्रवार को रिटायर हुए जस्टिस जे चेलमेश्वर ने जस्टिस केएम जोसफ को सुप्रीम कोर्ट का जज न नियुक्त करने के केंद्र सरकार के फैसले की आलोचना की और कहा कि ये 'स्थाई नहीं' होगा।
जस्टिस चेलमेश्वर ने जनवरी में तीन अन्य जजों के साथ प्रेस कांफ्रेस करके चीफ जस्टिस के खिलाफ मोर्चा खोला था और कहा था कि मामलों के बंटवारे को लेकर पक्षपात किया जा रहा है और सुप्रीम कोर्ट की साख कई बार खतरे में आती है।
रिटायर होने के दौरान उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद और प्रार्थना करता हूं कि वो (जोसफ) सुप्रीम कोर्ट के जज बनेंगे। मैंने इसे नहीं रोका है। मैं लगातार इस संबंध में पूछ रहा हूं। कॉलेजियम ने एकमत से इस मुद्दे पर जोर दिया है।'
उन्होंने जस्टिस जोसफ को एक बेहतरीन जज करार दिया और कहा कि उनकी पदोन्नति करके सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया जाना चाहिये था और कॉलेजियम को उनके नाम को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहिये।
उन्होंने कहा कि जस्टिस जोसफ उनके धर्म, समुदाय या भाषा से संबंधित नहीं थे उसेक बावजूद भी उन्होंने ने उनके लिये लड़ाई लड़ी।
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उन्होंने कहा, 'कई महीनों तक सरकार प्रस्तावों पर अमल नहीं करती है ऐसे में रिक्तियों को भरा नहीं जाता है और परिणाम ये होता है कि मामले लंबित पड़े रहते हैं।'
उन्होंने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ किये गए प्रेस कांफ्रेंस को लेकर कहा कि उन्हें इसका कोई पछतावा नहीं है।
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Source : News Nation Bureau