छत्तीसगढ़ के भिलाई स्टील प्लांट में हुए हादसे में सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. स्टील प्लांट के पूर्व सीईओ एम. रवि को निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले डीजीएम (एनर्जी) और जीएम को हटा दिया गया था. केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने प्लांट के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एम. रवि को निलंबित कर दिया है. इससे पहले बुधवार को भिलाई प्रवास के दौरान चौधरी बीरेंद्र सिंह ने रवि को सीईओ के पद से हटा दिया था. इसी दिन बीएसपी के दो अन्य अधिकारियों को निलंबित किया गया था. हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा राशि के साथ परिवार के किसी एक सदस्य को प्लांट में नौकरी देने की घोषणा भी की गई है.
भिलाई से दिल्ली पहुंचने के बाद केंद्रीय इस्पात मंत्री ने एम. रवि को निलंबित कर दिया. इस मामले में केंद्रीय इस्पात मंत्री दिल्ली से सीधे नजर बनाए हुए हैं. इस मामले की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद कई लोगों पर गाज गिर सकती है. एम.रवि की जगह अरुण कुमार भिलाई स्टील प्लांट के सीईओ का कार्यभार संभाल रहे हैं. भिलाई स्टील प्लांट के इतिहास में पहली बार किसी एमडी या सीईओ को निलंबित किया गया है.
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कुछ दिन पहले केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने सूबे के सीएम रमन सिंह के साथ घटनास्थल का मुआयना किया था. डीजीएम (एनर्जी) नवीन कुमार और जीएम टी पंडिराजा को निलंबित कर दिया गया था. मंगलवार को भिलाई स्थित इस्पात संयंत्र में गैस पाइपलाइन में ब्लास्ट हो गया था. हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें सात संयंत्रकर्मियों सहित चार अग्निशमनकर्मी शामिल थे. इस ब्लास्ट में नौ कर्मचारियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था जबकि अन्य घायलों को इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था, स्टील प्लांट ब्लास्ट में अब तक 13 कर्मियों की मौत हो चुकी है. भिलाई प्लांट स्टील के 60 सालों के इतिहास में यह सबसे बड़ा हादसा है. इस ब्लास्ट के बाद कर्मचारी ट्रेड यूनियन भी आक्रोश में है.
(इनपुट- आईएनएस)
Source : News Nation Bureau