स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित इलाके में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन ने आज देश का तिरंगा शान से फहराया. कोबरा बाटलियन के जवान यहां देश की आजादी मनाने के लिए जान की बाजी लगाकर पहुंचे और ग्रामीणों के बीच में झंडोत्तोलन किया. कोबरा जवान (Commando Battalion for Resolute Action) नक्सलियों के खूंखार लीडर हिड़मा के गढ़ सुकमा के कशालपाड़ा में पहुंचे. यहां पर 206 कोबरा और सीआरपीएफ की 150 बटालियन के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने सुकमा के नक्सल प्रभावित कशालपाड़ में राष्ट्रीय ध्वज फहराया.
बता दें कि आजादी के बाद से पहली बार कशालपाड़ा में तिरंगा फहराया गया. गुरुवार को चिंतागुफा में तैनात बीसीओआरए 206 और सीआरपीएफ 150 बटालियन एक ऑपरेशन पर थे जब कशालपाड़ा में एक विस्फोट हुआ. हालांकि इस विस्फोट में कोई घायल नहीं हुआ और सेना ने कशालपाड़ा में ही IndpendenceDay मनाने का फैसला किया.
गौरतलब है कि इसी इलाके में 14 दिसंबर को नक्सलियों के हमले में सीआरपीएफ के 14 जवानों ने अपनी जान गंवा दी थी. लेकिन आप आज सामने आए इस तस्वीर देख सकते हैं सीआरपीएफ के कमांडर रमेश यादव ने छोटे-छोटे बच्चों को तिरंगा बांटा. इसके बाद सबके साथ मिलकर झंडा लहराया.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आज जब सीआरपीएफ के जवान नक्सलियों के गढ़ में पहली बार देश की आजादी का जश्न मना रहे थे. इस दौरान नक्सलियों ने इलाके में 2 बड़े आइईडी विस्फोट भी किए. इतना ही नहीं नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग भी की, लेकिन इसके बावजूद जवान नहीं डिगे और तिरंगा लहरा कर दम लिया.