छत्तीसगढ़ पुलिस ने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा को कथित तौर पर 'टूलकिट' मुद्दे पर फर्जी खबरें फैलाने के लिए नोटिस जारी किया है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने पात्रा को 23 मई को शाम 4 बजे रायपुर के सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट करने को कहा है. टूलकिट मामले में कथित रूप से फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में रायपुर में दर्ज एक शिकायत पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पात्रा को नोटिस जारी किया गया है. छत्तीसगढ़ एनएसयूआई प्रमुख आकाश शर्मा ने आईपीसी के तहत शिकायत दर्ज कराई थी. छत्तीसगढ़ पुलिस से संपर्क करने के बाद कांग्रेस रिसर्च विंग के प्रमुख राजीव गौड़ा और रोहन गुप्ता को सह-शिकायतकर्ता बनाया गया है.
पात्रा को जारी नोटिस में छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें या तो फीजिकली या वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए थाने में पेश होने को कहा है. पुलिस ने समन का जवाब नहीं देने पर पात्रा को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है. इससे पहले, छत्तीसगढ़ पुलिस ने टूलकिट से संबंधित फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में पूछताछ के लिए रमन सिंह को सोमवार को उनके आवास पर रहने के लिए एक नोटिस जारी किया था.
18 मई को, भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कोविड महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने के लिए टूलकिट का इस्तेमाल किया. अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पेज साझा करते हुए पात्रा ने कहा, "मित्रों, महामारी के दौरान जरूरतमंदों की मदद करने के लिए कांग्रेस के 'टूलकिट' को देखिए. आप खुद से कांग्रेस का एजेंडा पढ़िए."
सोमवार दोपहर रमन सिंह से होगी पूछताछ
रायपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को 24 मई यानी कल दोपहर साढ़े 12 बजे अपने घर पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा है कि पुलिस उनके घर पर ही उनसे पूछताछ करेगी. दरअसल, सिविल लाइन थाने में पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज है.
बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस ‘टूलकिट’ का इस्तेमाल कर कोरोना वायरस संकट के वक्त फायदा उठाकर पीएम नरेंद्र मोदी की छवि को धूमिल कर रही है. विदेशी मीडिया में देश को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस ने इन आरोपों को फेक बताया था. किसी भी तरह की टूलकिट के इस्तेमाल से इनकार किया है.
Source : IANS/News Nation Bureau