छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से में नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में युवाओं में जारूकता फैलाने के लिए रोजगार दिलाने का काम किया जा रहा है।
दंतेवाड़ा में राज्य का सबसे बड़ा बीपीओ कॉल सेंटर खुला है जहां अभी कुल 480 युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है। इस काम से जिले के युवाओं को मुख्यधारा में जोड़ने की एक अहम कोशिश हुई है।
इस कॉल सेंटर में काम करने के लिए योग्यता दसवीं और बारहवीं रखी गई है। साथ ही ट्रेनी युवाओं को भत्ते भी दिए जा रहे हैं।
बीपीओ कॉल सेंटर में काम कर रहे एक ट्रेनी कार्तिकेय ने कहा, 'युवाओं के लिए करियर बनाने का यह एक अच्छा क्षेत्र है। यह हमारे लिए सबसे अच्छा अवसर है।'
कार्तिकेय ने कहा, 'सभी ट्रेनी को अंग्रेजी में पढ़ाया जा रहा है, शब्दों का शुद्ध उच्चारण, टाइपिंग और लोगों के साथ व्यवहार करने के तरीके को भी बताया जा रहा है। हमें 4,000 रुपये का भत्ता भी दिया जा रहा है।'
दंतेवाड़ा के जिलाधिकारी सौरभ कुमार ने कहा, 'हमने दंतेवाड़ा और इससे लगे क्षेत्रों के शिक्षित युवाओं को रोजगार देने के लिए इसकी शुरुआत की है। अभी यहां 480 युवा ट्रेनिंग ले रहे हैं, हमारा लक्ष्य है कि 1000 तक युवाओं को जोड़ें।'
जिलाधिकारी ने कहा कि हम बीपीओ में वैश्विक स्तर की आधारभूत सुविधाएं प्रदान करना चाहते हैं।
राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों में रोजगार सृजन का ये पहल सराहनीय है क्योंकि इन इलाकों में रोजगार अब तक बड़ी समस्या रही है। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में सरकारी पहल से रोजगार देने की काफी जरूरत है।
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Source : News Nation Bureau