कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि अर्थव्यवस्था टूट चुकी है और यह सरकार गोलवलकर तथा सावरकर के एजेंडे को आगे बढ़ाने में लगी है. चिदंबरम ने ‘भारत बचाओ रैली’ में कहा, छह साल पहले भाजपा सत्ता में आई. इससे पहले 10 साल तक कांग्रेस की सरकार रही. हमने 14 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला और उस वक्त हमारी औसत आर्थिक विकास दर 7.5 फीसदी थी. उन्होंने कहा, आप खुद से पूछिए कि इन्होंने क्या किया? आज भारत की अर्थव्यवस्था पूरी तरह टूट चुकी है. बेरोजगारी चरम पर है. छोटी दुकानों बंद हो गई हैं. लाखों की नौकरी चली गई. इसका कोई संकेत नहीं है कि देश इस स्थिति से बाहर निकलेगा.
कांग्रेस नेता ने कहा, अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर हर दिन बुरी खबर आ रही है. आज की बुरी खबर है कि निर्यात और आयात गिर गया है. आने वाले समय में और बुरी खबरें आएंगी. चिदंबरम ने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार ने छह महीने में भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे ज्यादा संघर्ष करने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है. लेकिन वित्त मंत्री कहती हैं कि सबकुछ अच्छा है. अब ये लोग यह नहीं कहते कि अच्छे दिन आने वाले हैं. उन्होंने कहा, देश में राजनीतिक अस्थिरता का दौर है. कश्मीर में लोगों की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है. असम और पूर्वोत्तर में भी आग लगी हुई है.
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उत्तर भारत में भीड़ द्वारा हत्या की घटनाएं सामान्य बात हो गई हैं. चिदंबरम ने दावा किया, वे (सरकार) एक ऐसे एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं जो गांधी, नेहरू और अंबेडकर का नहीं है. वे सावरकर और गोलवलकर का एजेंडा आगे बढ़ाने में लगे हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, लोगों की नौकरियां जा रही हैं. नयी नौकरियां नहीं मिल रही हैं. काम-धंधे ठप पड़े हैं. लोग परेशान हैं. लेकिन यह सरकार समाज को बांटने के काम में लगी है. उन्होंने सवाल किया, क्या हम लोग राष्ट्रवादी नहीं हैं? क्या भाजपा से राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र लेना पड़ेगा? गहलोत ने कहा, इंदिरा गांधी के समय पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए, लेकिन कभी उसके नाम पर राजनीति नहीं की.
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मोदी जी सैनिकों के पीछे छिपकर राजनीति करना चाहते हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, मोदी सरकार सिर्फ ध्यान बांटने की राजनीति कर रही है. अर्थव्यवस्था को लेकर इसके पास कोई ठोस नीति नहीं है. वह अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस के गुजरात प्रभारी राजीव सातव ने भी इस रैली को संबोधित किया.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो