झारखंड के रुझानों में एक बार फिर से झारखंड मुक्ति मोर्चा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है वहीं अगर जेएमएम+कांग्रेस+आरजेडी गठबंधन की बात करें तो इनके पास 47 सीटों पर जीत निश्चित दिखाई दे रही है. वहीं भारतीय जनता पार्टी 23 सीटों पर बढ़त के साथ राज्य में दूसरे नंबर पर दिखाई दे रही है. झारखंड के ताजा समीकरण को देखते हुए कांग्रेस और जेएमएम ने सबको पटकनी देते हुए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होते हुए दिखाई दे रहे हैं.
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने झारखंड विधानसभा चुनावों की वोटिंग में आने वाले रुझानों को देखते हुए बीजेपी पर तंज कसा है. चिदंबरम ने ट्वीट किया है कि हरियाणा में कमजोर हुए, महाराष्ट्र में नकारे गए और झारखंड में करारी शिकस्त मिली साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी की यही कहानी है. चिदंबरम ने आगे ट्वीट में लिखा है कि सभी गैर भाजपा दलों को भारत के संविधान को बचाने के लिए कांग्रेस के आसपास अपनी जगहें रैली में और बढ़ानी चाहिए.
आपको बता दें कि पिछले एक साल के भीतर 6 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए हैं जहां भारतीय जनता पार्टी ने पांच राज्यों में अपनी सत्ता गवां दी है. इन राज्यों के विधानसभा चुनावों में मोदी-शाह की जोड़ी का जादू नहीं चल सका. इसके अलावा आपको बता दें कि साल 2017 में जहां बीजेपी 70 प्रतिशत राज्यों में अपनी जीत का परचम फहरा रही थी वो महाराष्ट्र और झारखंड के हाथ से निकलने के बाद अब घटकर 40 फीसदी से भी नीचे चली गई.
मौजूदा समय देश के इन राज्यों पर मोदी और शाह की जोड़ी का जादू बेअसर है
अरविंद केजरीवाल, दिल्ली
ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल
नवीन पटनायक, ओडिशा
कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब
अशोक गहलोत, राजस्थान
कमलनाथ, मध्य प्रदेश
भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़
पिनरई विजयन, केरल
उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र
जगनमोहन रेड्डी, आंध्र प्रदेश
तेलंगाना, चंद्रशेखर रॉव
अब झारखंड में भी बीजेपी का किला लगभग ढह चुका है. जिसे देखकर विपक्षी दलों में थोड़ी राहत है.
Source : Ravindra Singh