भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए बालाकोट(Balakot) एयर स्ट्राइक (Air Strike) पर वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ (BS Dhanoa) ने बड़ा बयान दिया है. वायुसेना चीफ ने कहा कि इस एयर स्ट्राइक (Air Strike) से पाकिस्तान की आर्थिक हालत खस्ता हो गई है. उन्होंने कहा कि एयर स्ट्राइक (Air Strike) के बाद तीन महीने तक एयर स्पेस बंद रखने से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था काफी नीचे चली गई है. इस दौरान भारत पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. भारत ने न तो अपनी एयर स्पेस बंद की और ना ही हमारी अर्थव्यवस्था पर कोई फर्क पड़ा.
Birender Singh Dhanoa, Air Force Chief: They (Pakistan) have closed their airspace that is their problem. Our economy is vibrant and air traffic is a very important part and you have noticed that Air Force has never stopped our civil air traffic. pic.twitter.com/U0lfplBWi3
— ANI (@ANI) June 24, 2019
वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि बालाकोट(Balakot) एयर स्ट्राइक (Air Strike) के बाद पाकिस्तान का कोई भी लड़ाकू विमान भारत की हवाई सीमा में नहीं आया था. पाकिस्तान ने एफ16 लड़ाकू विमानों से एमराम मिसाइल अपने देश की सीमा से ही दागे थे. इस दौरान भारतीय वायुसेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के एक एफ16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था. बता दें कि पाकिस्तान ने दावा किया था कि 27 फरवरी को पाकिस्तानी लड़ाकू विमान भारतीय सीमा में आए थे.
Birender Singh Dhanoa, Indian Air Chief Marshal: Pakistan didn't come to our airspace. Our objective was to strike terror camps and their objective was to target our army places. We achieved our military objective. None of them crossed the Line of Control into our territory. pic.twitter.com/55sp6wsdF3
— ANI (@ANI) June 24, 2019
बता दें कि पुलवामा (Pulwama) आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट(Balakot) में छुपे आतंकवादियों पर एयर स्ट्राइक (Air Strike) किया था. पुलवामा (Pulwama) आतंकी हमले में भारतीय सुरक्षाबलों के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था.
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इसके साथ ही 2002 के ऑपरेशन पराक्रम पर पहली बार वायुसेना ने आधिकारिक स्वीकारोक्ति दी है. सेंट्रल एयर कमांड के सीएनसी राजेश कुमार ने कहा, '2002 में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान पाकिस्तानी घुसपैठिए केएल सेक्टर में 3-4 किलोमीटर तक अंदर घुस आए थे, जिन पर एयरफोर्स के फाइटर जेट ने बम गिराया और उन्हें भगा दिया. '
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वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने एएन-32 विमानों के मुद्दे पर कहा, 'एएन-32 अभी पहाड़ों में उड़ते रहेंगे. हमारे पास अभी रिप्लेसमेंट नहीं है. हम मॉर्डन एयरक्राफ्ट लेने की प्रक्रिया में है. जब आ जाएंगे तो अहम कामों में उनका इस्तेमाल करेंगे और एएन-32 को ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल करेंगे. अभी हमारे पास चॉइस नहीं है. एएन-32 का इस्तेमाल जारी रहेगा. '