चीन के साथ जारी विवाद के बाद चीन के साथ हुई बातचीत में अब उसके तेवर ढीले हो गए हैं. वह पूर्वी लद्दाख से अपनी सेना पीछे हटाने को तैयार हो गया है. भारतीय सेना ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि चीन के साथ सोमवार को हुई कमांडर स्तर की बातचीत में तय हुआ कि पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटेंगी. सेना का यह बयान ऐसे समय सामने आया है जब सेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे लद्दाख में सीमा के हालात का जायजा लेने दो दिन के दौरे पर रवाना हो गए हैं.
भारत और चीन के बीच सोमवार को कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी. चीनी सीमा में मोल्डो में आयोजित यह बैठक करीब 11 घंटे तक चली थी. सेना ने अपने बयान में कहा कि बातचीत काफी अच्छे माहौल में की गई. इनमें तय किया गया कि दोनों देश पहले की स्थिति में वापस लौटेंगे. इसका मतलब साफ है कि चीन फिंगर 4 तक के जिस क्षेत्र में आगे आया था अब वह पीछे लौटने के लिए तैयार हो गया है. रणनीतिक तौर पर यह भारत के लिए काफी बड़ी जीत है.
5 मई से पहले के हालात पर लौटेगा चीन
बैठक में तय किया गया कि चीन 5 मई से पहले के हालात पर लौटेगा. वह सीमा पर अपने सैनिकों को पीछे लेगा. दोनों देशों के बीच तनाव कम करने को लेकर भी बातचीत सकारात्मक रही है. इसके बाद साफ हो गया है कि अब देशों देशों के बीच कमाडर स्तर की बातचीत नहीं होगी. दोनोंं देश सोमवार को हुई बातचीत में तय मुद्दों पर अमल करेंगे.
Source : News Nation Bureau