चीन और भारत के बीच लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अभी भी तनाव कम नहीं हो रहा है. दोनों देशों के बीच वार्ता हो रही है. बुधवार को दोनों देशों और विदेस मंत्रालय के अफसरों के बीच भी कूटनीतिक वार्ता हुई. लेकिन इन सभी के बीच चनी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीन की ओर से LAC पर लगातार सैन्य क्षमता बढ़ाई जा रही है. चीन फिंगर एरिया में भी लगातार सैन्य शक्ति बनाए हुए है.
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चीनी सेना पूर्वी लद्दाक के LAC पर 4 मई से सैन्य क्षमता बढ़ा रही है. उसने उस क्षेत्र में 10 हजार से अधिक सैनिकों और बारी तोपों समेत अन्य सैन्य साजोसामान वहां तैनात किए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पैंगोंग सो लेक समेत फिंगर एरिया में चीनी सेना की ओर से लगातार बड़ी सैन्य गतिविधियां जारी हैं.
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इसमें सैनिकों की तैनाती और निर्माण कार्य शामिल हैं. भारत फिंगर 8 तक अपना दावा करता है. लेकिन हाल ही में हुए गतिरोध में चीन की सेना भारतीय सेना के गश्ती दल को फिंगर 4 से आगे जाने पर रोक रही है. सूत्रों के मुताबिक चीन फिंगर क्षेत्र में आक्रामक तरीके से नए क्षेत्रों को अपने में शामिल कर रहा है.
झड़प के बाद भी चीन ने किया निर्माण
सूत्रों के मुताबिक चीन ने गलवान घाटी में भी कुछ चीजों का निर्माण कर लिया है. गलवान घाटी में ही पिछले दिनों चीन की सेना के साथ भारतीय सैनिकों पर हमला हुआ था. जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे. वहीं चीन की ओर से भी कई सैनिक मारे गए. इस घटना के बाद भी चीन ने वहां कुछ निर्माण किया है.
लड़ाकू विमान तैनात कर रहा चीन
LAC के पास चीनी वायुसेना होटन और गर गुंसा एयरबेस पर बमवर्षक विमान और सुखोई 30एस जैसे लड़ाकू विमान तैनात कर रही है. सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात के लिए आगाह भी किया है कि चीन भारतीय क्षेत्र के पास रूस से मिला एयर डिफेंस सिस्टम भी तैनात कर रहा है.
Source : News Nation Bureau