भारतीय सीमाओं पर घात लगाए बैठे चीन की एक और हिमाकत सामने आई है. चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एनएसी पर बड़ी संख्या में सैनिक तैनात किए हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है. विदेश मंत्रालय के अनुसार एलएसी पर चीन का व्यवहार उकसाने वाला है. चीन ने बॉर्डर पर हथियार भी तैनात किए हैं. विदेश मंत्रालय ने बताया कि चीन की कार्रवाई के बाद हमने भी देश के हितों की सुरक्षा के लिए सैनिक तैनात किए हैं. इसके साथ ही चीन ने यथास्थिति बदलने का प्रयास किया है. विदेश मंत्रालय के अनुसार चीन ने एलएसी के साथ ही पूर्वी लद्दाख में भी अशांति पैदा करने का प्रयास किया. हालांकि विदेश मंत्रालय ने एलएसी पर चीन के बयान को खारिज किया है.
आपको बता दें कि इससे पहले भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने गुरुवार को कहा था कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ घटनाक्रम पश्चिमी और पूर्वी मोर्चे पर भारत की 'सक्रिय और विवादित सीमाओं' पर चल रही विरासत की चुनौतियों को जोड़ता है. पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के 116वें वार्षिक सत्र में बोलते हुए, जनरल नरवणे ने कहा कि जहां तक उत्तरी पड़ोसी का संबंध है, भारत के पास एक उत्कृष्ट सीमा मुद्दा है.
सीमा पर जारी चीनी आक्रमण के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "हम भविष्य में किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए फिर से तैयार हैं, जैसा कि हमने अतीत में भी करके दिखाया है. इस तरह की घटनाएं तब तक होती रहेंगी, जब तक कि एक दीर्घकालिक समाधान नहीं हो जाता है और वह है सीमा समझौता. हमारे प्रयासों में इस बात पर जोर होना चाहिए ताकि हमारे पास उत्तरी (चीन) सीमा पर स्थायी शांति स्थापित हो. " उन्होंने यह भी कहा कि उत्तरी सीमाओं पर अभूतपूर्व विकास के लिए बड़े पैमाने पर संसाधन जुटाने, बलों की व्यवस्था और तत्काल प्रतिक्रिया की आवश्यकता है और यह सब चीजें एक कोविड प्रभावित वातावरण में है.
Source : News Nation Bureau