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फिंगर एरिया से नहीं हटना चाहता चीन, जहां टकराव वहां से जाने पर सहमत

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) ने चीन के साथ बातचीत में यह स्पष्ट कर दिया कि मामले को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों को अपने स्थायी स्थानों पर वापस जाना होगा.

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Kuldeep Singh
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फिंगर एरिया से नहीं हटना चाहता चीन, जहां टकराव वहां से जाने पर सहमत( Photo Credit : फाइल फोटो)

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गलवान घाटी (Galvan Valley) में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है. दोनों ही देश इस तनाव को कम करने की कोशिश में लगे हैं. इसके लिए कूटनीतिक स्तर पर लगातार बातचीत जारी है. हाल ही में फिर से तनाव वाले इलाकों में चीनी सेना के पीछे हटने पर चर्चा हुई. वहीं अब सूत्रों का कहना है कि चीन फिंगर एरिया से पूरी तरह से बाहर निकलने के लिए राजी नहीं है. वह सिर्फ टकराव वाले इलाकों से पूरी तरह से हटने के लिए सहमत हो गया है.

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भारत की दो टूक-पुरानी स्थिति पर लौटे चीन
दूसरी तरफ भारत ने चीन को स्पष्ट कह दिया है कि वह अप्रैल-मई वाली स्थिति पर वापस लौटे. भारत ने चीन से कहा है कि दोनों देशों के सेनाएं पहले जहां थीं, चीन उसी स्थिति में वापस लौटे. इससे कम भारत को स्वीकार नहीं होगा. भारत की सख्ती का चीन पर असर भी होता दिखाई दे रहा है. सूत्रों के मुताबिक फिंगर-4 के पास के क्षेत्रों में चीनी सैनिकों ने ब्लैक टॉप और ग्रीन टॉप से अपने ढांचों को हटाना शुरू कर दिया है.

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जानकारी के मुताबिक भारतीय सेना ने चीन की पीएलए को साफ कह दिया है कि फिंगर-8 से वह पीछे जाएं और अप्रैल महीने से पहले की स्थिति को बहाल किया जाए. दरअसल भारत और चीन के बीच फिंगर एरिया में ही सबसे अधिक विवाद है. अब चीन के सैनिक फिंगर-4 से पीछे हटकर फिंगर-5 पर पहुंच गए हैं. गलवान नदी घाटी और लद्दाख के संवेदनशील पैंगोंग त्सो इलाके से चीन हट रहा है.

Source : News Nation Bureau

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