पिछले दिनों सिक्किम के डोकलाम में भारत और चीन के बीच हुए सीमा विवाद के बाद चीन ने कहा है कि भारत से उससे संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं।
नई दिल्ली में रूस, चीन और भारत के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक से पहले विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, 'दोनों देशों ने डोकलाम विवाद को जिस तरीके से निपटाया उससे पता चलता है कि दोनों देशों के संबंध किस स्तर के हैं।' हालांकि चीनी विदेश मंत्री ने एक बार फिर डोकलाम को चीन का हिस्सा करार दिया।
वांग ने भारत दौरे के लिए रवाना होने से पहले कहा, 'कूटनीतिक प्रयासों के बाद भारत ने अपने हथियारों और जवानों को विवाद वाली जगह से वापस बुला लिया।'
इससे पता चलता है कि दोनों देशों के रिश्ते किस स्तर के हैं और कितने महत्वपूर्ण हैं। वांग ने कहा, 'भारत और चीन के बीच जितने मतभेद हैं उससे ज्यादा साझा हित जुड़े हुए हैं।'
खासबात यह है कि सिक्मिम-भूटान-तिब्बत सीमा पर 73 दिनों के तनातनी के बाद दोनों देश की सेना पीछे हट गई थी। लेकिन अब डोकलाम के पास फिर से चीनी सैनिकों की मौजूदगी बढ़ रही है।
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चीन ने यहा फिर से रोड, शिविरों का निर्माण और हेलिपैड्स बनाना शुरू कर दिया है। भारतीय जवान लगातार चीन की हरकत पर नजर बनाए हुए हैं। 28 अगस्त को दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद यह मामला सुलझ पाया था।
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HIGHLIGHTS
- डोकलाम में फिर बढ़ रही है चीनी सैनिकों की मौजूदगी
- चीन के विदेश मंत्री वांग आएंगे भारत के दौरे पर
Source : News Nation Bureau