चीन (China) अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. लगातार चल रही तनातनी के बीच उसने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में 40 हजार सैनिक सैनात कर दिए है. हाल ही में कमांडर स्तर की बातचीत का भी उस पर कोई असर नहीं हुआ है. दोनों देशों के बीच सैन्य और राजनयिक वार्ताओं में जिन शर्तों पर सैनिकों को कम करने की सहमति बनी थी, चीन उनका भी पालन नहीं कर रहा है.
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भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Dobal) के चीनी विदेश मंत्री से बात करने के बाद चीन सीमा पर सैनिकों की संख्या घटाने के लिए राजी हुआ था. सूत्रों के मुताबिक, चीनी पक्ष की ओर से स्थिति नियंत्रित करने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है. सूत्रों के मुताबिक चीन ने भारी हथियारों के साथ अपने करीब 40 हजार सैनिकों को तैनात करना शुरू किया है. इसके साथ ही एयर डिफेंस सिस्टम और लंबी रेंज वाले ऑर्टिलरी हथियार जैसे हथियारों से लैस किया गया है. सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों के बीच पिछली सैन्य वार्ता के बाद से सैनिकों को कम करने की प्रक्रिया में भी कोई विकास नहीं हुआ है. गौरतलब है कि 14 और 15 जुलाई को दोनों पक्षों के बीच हुई कॉर्प्स कमांडर स्तर की वार्ता में इस बात पर सहमति जताई गई थी कि दोनों पक्ष सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया पर नजर रखेंगे. साथ ही अगले कुछ दिनों में इसे लेकर होने वाली कार्रवाई के विकास की पुष्टि करेंगे.
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फिंगर 5 एरिया में भी पीछे हटने के लिए तैयार नहीं
चीन के साथ कमांडर स्तर की बातचीत में तय किया गया था कि चीनी पक्ष फिंगर 5 एरिया में भी पीछे हटने को और सिरीजाप में अपनी स्थायी जगह वापस जाने के लिए भी तैयार होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. चीन फिंगर क्षेत्र में एक ऑब्जर्वेशन पोस्ट (निगरानी पोस्ट) तैयार करना चाहता है. इसके साथ ही उन्होंने हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा पोस्ट एरिया में भी बड़े स्तर पर निर्माण किया है. ये दोनों क्षेत्र पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच होने वाले गतिरोध के प्रमुख क्षेत्र हैं.
Source : News Nation Bureau