वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम होता दिखाई दे रहा है. पूर्वी लद्दाख में चीन और भारत की सेनाएं धीरे-धीरे पीछे हट रही है. चीन और भारत के सैनिक पूर्वी लद्दाख के तीन अलग-अलग क्षेत्रों से अपने-अपने इलाके में पीछे हट गए हैं. चीन और भारत के सैनिकों का पीछे हटना रिश्ते में सुधार से जोड़कर देखा जा रहा है. बता दें कि दो दिन पहले चीन और भारत के बीच सैन्य स्तर पर बातचीत हुई थी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.
दोनों देश सीमा को लेकर बातचीत का रास्ता निकालने की कोशिश कर रहे हैं. इसी हफ्ते दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत होने जा रही है. जिसमें एक महीने से ज्यादा जारी तनाव के खत्म होने की उम्मीद बढ़ गई है. सरकार के शीर्ष सूत्रों के मुताबिक दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की वार्ता गलवान इलाके के पेट्रोलिंग प्वॉइंट 14, 15 और स्प्रिंग इलाके में होगी.
इन इलाकों से पीछे हटे दोनों देशों की सेना
सरकारी सूत्रों की मानें तो चीनी सेना गलवान वैली, पीपी-15 और हॉट स्प्रिंग इलाके में 2 से ढाई किलोमीटर पीछे तक हट गई है. ये सभी इलाके पूर्वी लद्दाख में पड़ते हैं. वहीं भारतीय सेना भी इसी इलाके में पीछे हटी है. सेना ने अपने वाहन वापस ले लिया है.
इसे भी पढ़ें: HP ने 4जी एलटीई के साथ 44999 रुपये में 'ऑलवेज कनेक्टेड' पीसी लॉन्च किए, जानें खूबियां
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो तनाव के इन बिंदुओं पर दोनों तरफ से बटाइलियन कमांडर स्तर की बातचीत हो रही है. चीन से बातचीत के लिए भारतीय सैन्य दल पहले से ही चुसुल में मौजूद हैं जो वरिष्ठ अधिकारियों की मदद कर रहे हैं.
2 से ढाई किलोमीटर पीछे हटना शांतिपूर्ण मुद्दा सुलझाने का संकेत भर ही माना जा सकता है
बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) एचएस पनाग ने तो एक लेख लिखकर कहा कि चीनी सेना ने लद्दाख में भारतीय क्षेत्र के अंदर 40 से 60 वर्ग किमी जमीन पर कब्जा कर लिया है. अब चीनी सेना द्वारा 2 से ढाई किलोमीटर पीछे हटना शांतिपूर्ण मुद्दा सुलझाने का संकेत भर ही माना जा सकता है.
और पढ़ें: भारत में चीन से नहीं बल्कि इन देशों से आया किलर कोरोना वायरस, बरपा रहा कहर
राहुल गांधी ने मोदी सरकार से पूछे सवाल
इधर, चीन और भारत के बीच पैदा तनाव पर सियासी घमासान भी शुरू हो चुका है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए सरकार से कहा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा उन पर निशाना साधे जाने को लेकर मंगलवार को पलटवार करते हुए सवाल किया कि क्या चीन के सैनिकों ने लद्दाख में भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘अगर रक्षा मंत्री का हाथ के निशान पर टिप्पणी करने का काम पूरा गया हो गया हो तो वह इसका जवाब दे सकते हैं कि क्या चीन के सैनिकों ने लद्दाख में भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है.
Source : News Nation Bureau