पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में एक बार चीन की घुसपैठी नजर आ रही है। अरुणाचल के किबिथु शहर में चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के कैंप की तस्वीरें सामने आईं हैं।
चीन के इंफ्रास्ट्रक्चर की तस्वीरें किबिथु शहर के टाटू में देखी गई हैं। साथ ही पीएलए कैंप के अलावा वहां कई घर भी मौजूद हैं।
इसके साथ ही चीन की टेलीकम्युनिकेशन टावर और उपकरणों से लैस निगरानी पोस्ट भी टाटू इलाके में देखे गए हैं।
हालांकि इस पर किसी तरफ से अब तक भारतीय अधिकारी का बयान नहीं आया है।
भारत ने भी हाल ही में असम और अरुणाचल प्रदेश को जोड़ने वाली 9.15 किलोमीटर लंबी पुल का निर्माण किया है। लोहित नदी के ऊपर धोला-सादिया पुल भारत की सबसे लंबी पुल है जो सीमावर्ती इलाके में भारत की मजबूती का एक आधार स्तंभ बना है।
बता दें कि चीन लगातार अरुणाचल के हिस्से में घुसपैठ करता रहा है। इससे पहले भी जनवरी में चीन की सड़क-बिल्डिंग निर्माण टीम पिछले हफ्ते अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में एक किलोमीटर तक घुस आई थी।
लेकिन भारतीय सेना के विरोध के बाद चीन की सड़क निर्माण टीम वापस चली गई थी। सेना ने उनके सड़क खोदने के उपकरण समेत अन्य सामान को भी जब्त कर लिया था
इससे पहले सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में भारतीय सीमा पर पिछले साल चीनी सेना द्वारा सड़क के निर्माण के कारण दोनों देशों के सेनाओं के बीच 73 दिनों तक सैन्य गतिरोध चला था।
आपको बता दें कि, चीन भारत के अरुणाचल प्रदेश को अपना बताता है और इसे दक्षिण तिब्बत कहता है। यह पूर्वोत्तर राज्य 3,448 किमी लंबी अचिन्हित भारत-चीन सीमा के पूर्वी सेक्टर में स्थित है।
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Source : News Nation Bureau