गलवान घाटी में हुई हिंसक भिड़त के सप्ताह भर बाद अब चीन झुकता नजर आ रहा है. सोमवार को भारत और चीन के बीच मोल्डो में देनों देशों के बीच हुई कमांडर स्तर की बातचीत के बाद पहले दोनों देशों के बीच सीमा पर सैनिकों को पीछे करने को लेकर सहमति बनी तो अब चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि वह इस मामले को बातचीत और आपसी सहमति से सुलझाना चाहता है.
#Chinese and #Indian border troops held a commander-level meeting on Monday, the first since the two sides clashed on June 15 at Galwan Valley, showing that both sides hope to properly handle their differences through dialogue and consultation: Chinese FM pic.twitter.com/xVpxdQsQ6B
— Global Times (@globaltimesnews) June 23, 2020
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15 मई को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद गए थे. इनमें कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल थे. वहीं भारत ने भी चीन की इस कायरता पूर्ण हकरता का जवाब दिया. चीन के भी कमांडर सहित 43 सैनिक हताहत हो गए. करीब सप्ताह भर से जारी तनाव के बीच सोमवार को चीन के मोल्डो में दोनों देशों की सेनाओं के बीच कमांडर स्तर की बातचीत की गई. इसमें दोनों देशों के बीच सहमति बनी कि वह 5 मई से पहले की स्थिति में वापस लौटेंगे.
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चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि 15 मई को गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद सोमवार को पहली बार दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर की बातचीत की गई. उन्होंने कहा कि भरोसा है कि इस मामले को दोनों देश बातचीत और आपसी सहमति से सुलझा लेंगे.
Source : News Nation Bureau