भारत और चीन सीमा विवाद को लेकर पिछले कई दिनों से चुप्पी और दोनों देशों के सेना को पीछे हटने की सहमति बनने के बाद चीन के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी किया है. चीन के रक्षा मंत्रालय ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर संघर्ष के लिए भारत को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है. मंत्रालय के प्रवक्ता वू किआन का कहना है कि हम आशा करते हैं कि सीमाई इलाकों शांति और स्थिरता बनी रहेगी, कहा कि भारत ने एकतरफा कार्यवाही की जिसकी वजह से हिंसा हुआ है
चीनी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत चीन सीमा पर हुए संघर्षों की पूरी जिम्मेदारी भारतीय पक्ष की है,हम आशा करते हैं कि सीमा इलाकों में शांति व स्थिरता बनी रहेगी. गलवान घाटी में हिंसा की घटना भारतीय पक्ष के एकतरफा उकसाने की कार्यवाही और दोनों पक्षों के बीच हुई वापसी सहमति के उल्लंघन की वजह से ही ऐसा हुआ है.
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चीनी रक्षा मंत्रालय की सफाई
चीनी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीनी सेना कोरोना वायरस के कम होने के साथ ही युद्ध की तैयारी के लिए जमीनी स्तर पर प्रशिक्षण को बढ़ा रही है, पीएलए के तिब्बत मिलिट्री कमान ने हाल ही में पठारी इलाकों में लाइफ शायरी फायर ड्रिल किया था उन्होंने कहा कि इसके जरिए सैनिकों की संयुक्त युद्ध क्षमता को रखा जा रहा है और यह ड्रिल नियमित रूप से हो रही है और किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं है.
गलवान में झड़प की जगह के पास बंकर बना रहा चीन
दरअसल लद्दाख के कलवार घाटी में 15 जून को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुए हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे जबकि भारतीय जवान की कार्यवाही में चीन के भी 40 जवान हताहत हुए हैं. ऐसे में भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच कई बार बातचीत हुई, जिसके बाद अब दोनों देशों ने सेना हटाने पर सहमति जताई है.
लेकिन गढ़वाल घाटी की सेटेलाइट से मिली तस्वीरें जमीनी स्तर पर कुछ और ही हकीकत बता रही है, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि चीन गलवान में झड़प की जगह के पास ही बचाव के लिए बंकर बना रहा है. उस जगह पर चीन ने छोटी-छोटी दीवारें और खाई बनाई है, जिससे चीन की मनसा को लेकर सवाल उठ रहे हैं माना जा रहा है कि चीन बातचीत की आड़ में ऑफिसर ने स्थिति को और मजबूत करने में जुटा है.
Source : News Nation Bureau