CJI DY Chandrachud On Ayodhya Verdict: सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को राम मंदिर मामले के फैसलों को लेकर अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि अयोध्या मामले में न्यायाधीशों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि फैसला किसने लिखा है, उसका उल्लेख नहीं होगा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक साक्षात्कार में सीजेआई ने कहा, संघर्ष के लंबे इतिहास और विभिन्न दृष्टिकोणों का ख्याल रखकर सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में एक स्वर में फैसला सुनाने का निर्णय लिया था.''
संपत्ति का प्रबंधन करने का फैसला लिया था
आपको बता दें कि 9 नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के राम मंदिर मामले पर निर्णय लिया था. उस समय के सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली विशेष बेंच (जिसमें जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (अब सीजेआई), जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नजीर) ने सर्वसम्मति से निर्णय सुनाया था.
ये भी पढ़ें: Feedback for Tenure: PM मोदी ने मांगा जनता का फीडबैक, कहा- NaMo ऐप पर 10 वर्ष के कार्यकाल पर राय दें
सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय में सरकार को तीन माह के अंदर मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट बनाने, निर्माण की योजना बनाने और संपत्ति का प्रबंधन करने का फैसला लिया था. फैसला सुनाया गया था कि 2.77 एकड़ की पूरी विवादित भूमि हिंदुओं को मिलने वाली है. भूमि का कब्जा मुकद्दमे के आधीन संपत्ति के सरकारी प्रबंधकर्त्ता के पास होगा. मुस्लिमों को विकल्प दिया गया था. उन्हें अन्य स्थान पर पांच एकड़ भूमि देने का निर्णय सुनाया गया था.
इसके बाद 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम हुआ. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और साधु-संतों समेत कई गणमान्य उपस्थित हुए थे.
जनवरी में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा इस माह 22 जनवरी को होने वाली है.. इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले पीएम मोदी ने अयोध्या में पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन और महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया है.
Source : News Nation Bureau
CJI डीवाई चंद्रचूड़ की राम मंदिर मामले में फैसलों को लेकर अहम टिप्पणी, कहा-बेंच ने सर्वसम्मति से निर्णय सुनाया था
9 नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के राम मंदिर मामले पर निर्णय लिया था. उस समय के सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली विशेष बेंच ने सर्वसम्मति से निर्णय सुनाया था.
Follow Us
CJI DY Chandrachud On Ayodhya Verdict: सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को राम मंदिर मामले के फैसलों को लेकर अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि अयोध्या मामले में न्यायाधीशों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि फैसला किसने लिखा है, उसका उल्लेख नहीं होगा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक साक्षात्कार में सीजेआई ने कहा, संघर्ष के लंबे इतिहास और विभिन्न दृष्टिकोणों का ख्याल रखकर सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में एक स्वर में फैसला सुनाने का निर्णय लिया था.''
संपत्ति का प्रबंधन करने का फैसला लिया था
आपको बता दें कि 9 नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के राम मंदिर मामले पर निर्णय लिया था. उस समय के सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली विशेष बेंच (जिसमें जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (अब सीजेआई), जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नजीर) ने सर्वसम्मति से निर्णय सुनाया था.
ये भी पढ़ें: Feedback for Tenure: PM मोदी ने मांगा जनता का फीडबैक, कहा- NaMo ऐप पर 10 वर्ष के कार्यकाल पर राय दें
सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय में सरकार को तीन माह के अंदर मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट बनाने, निर्माण की योजना बनाने और संपत्ति का प्रबंधन करने का फैसला लिया था. फैसला सुनाया गया था कि 2.77 एकड़ की पूरी विवादित भूमि हिंदुओं को मिलने वाली है. भूमि का कब्जा मुकद्दमे के आधीन संपत्ति के सरकारी प्रबंधकर्त्ता के पास होगा. मुस्लिमों को विकल्प दिया गया था. उन्हें अन्य स्थान पर पांच एकड़ भूमि देने का निर्णय सुनाया गया था.
इसके बाद 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम हुआ. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और साधु-संतों समेत कई गणमान्य उपस्थित हुए थे.
जनवरी में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा इस माह 22 जनवरी को होने वाली है.. इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले पीएम मोदी ने अयोध्या में पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन और महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया है.
Source : News Nation Bureau