चीफ जस्टिस पर लगे यौन शोषण के आरोपों को साजिश बताने वाले वकील उत्सव बैंस के हलफनामे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है. वकील उत्सव बैंस ने आज फिर एक नया हलफनामा दायर किया है. दोपहर 2 बजे चीफ जस्टिस को फंसाने की साजिश और बेंच फिक्सिंग को लेकर कोर्ट औपचारिक आदेश देगा.
वकील उत्सव बैंस के मुताबिक, कोर्ट से मनचाहा फैसला पाने में नाकाम रहे कॉरपोरेट जगत के व्यक्ति और कुछ फिक्सर चीफ जस्टिस को फंसाने की साजिश रच रहे हैं. उनका मकसद चीफ जस्टिस को पद से हटने को मजबूर करने का है. वकील इंदिरा जय सिंह ने उत्सव के बिना स्टिकर के गाड़ी के कोर्ट में एंट्री पर सवाल खड़े करते हुए वकील उत्सव बैंस पर अपरोक्ष रूप से सवाल खड़े किए हैं.
सॉलिसिटर जनरल तुषा मेहता ने एक बार फिर चीफ जस्टिस के खिलाफ 'साजिश' की एसआईटी (SIT) जांच की मांग की है. इस पर जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में फिक्सर के रोल को लेकर उठ रहे सवाल बहुत गम्भीर हैं. सुप्रीम कोर्ट किसी बाहरी शक्ति के रिमोट कंट्रोल से नहीं चल सकता है. ये बात परेशान करने वाली है. ऐसे तो संस्थान ही नहीं बचेगा.
जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा, हमें इस देश के पावरफुल और रईस लोगों को बताना होगा कि वो सुप्रीम कोर्ट को कंट्रोल करने की हरकतों से बाज आएं. हमें उन्हें बताना होगा कि वो ऐसा करने की हिम्मत न करें वरना वो अपने हाथ खुद जल जाएंगे. कोर्ट ने कहा कि कुछ वकील है, जो बड़े केस के अदालत में आने के बाद रजिस्ट्री को प्रभावित कर बेंच हटिंग की कोशिश करते हैं.
जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा, पिछले तीन चार साल से सुप्रीम कोर्ट पर लगातार सुनियोजित हमले हो रहे हैं. संस्थान को खत्म करने की पूरी कोशिश हुई है. अब वक्त एक्शन लेने का है. इस देश के रईस और शक्तिशाली लोग को बताने का है कि कोर्ट से वो बच नहीं सकता है. वो आग से खेल रहे हैं. दुनिया की किसी भी ताकत फिर चाहे वो राजनीतिक और आर्थिक ताकत सुप्रीम कोर्ट को रिमोट कंट्रोल से कंट्रोल नहीं किया जा सकता.
Source : Arvind Singh