चीफ जस्टिस एन वी रमना ने सुप्रीम कोर्ट में नए जजों की नियुक्ति को लेकर हो रही मीडिया रिपोर्टिंग पर सख़्त नाराजगी जाहिर की है. चीफ जस्टिस रमना ने कहा कि अभी तक सलेक्शन प्रोसेस फाइनल नहीं हुआ है. मीटिंग का दौर जारी है. कॉलेजियम ने सिफारिश के नाम सरकार को नहीं भेजे हैं. उससे पहले इस तरह के नाम चलाना गलत है. सीजेआई ने आगे कहा कि जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया बेहद संजीदा है. मीडिया को इसकी गंभीरता का सम्मान करना चाहिए. बता दें कि मीडिया में खबर आ रही थी कि सीजेआई ने 9 नामों की लिस्ट सरकार को भेजी है. जिसमें कॉलेजियम ने पहली बार 3 महिला न्यायाधीशों की सिफारिश की है.
जिन तीन महिला न्यायाधीशों के नामों चर्चा हो रही थी उसमें तेलंगाना हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस हिमा कोहली,कर्नाटक हाईकोर्ट की जज जस्टिस बी वी नागरत्ना और गुजरात हाईकोर्ट की जज जस्टिस बेला त्रिवेदी है.
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इसके अलावा खबर यह भी थी कि कॉलेजियम द्वारा दिए गए बाकी नामों में नामों में जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका (कर्नाटक एचसी के मुख्य न्यायाधीश), विक्रम नाथ (गुजरात एचसी के मुख्य न्यायाधीश), जितेंद्र कुमार माहेश्वरी (सिक्किम एचसी के मुख्य न्यायाधीश) , सीटी रविकुमार (केरल एचसी में न्यायाधीश) और एमएम सुंदरेश (केरल एचसी में न्यायाधीश) शामिल हैं.
अबतक केवल 8 महिला जजों की नियुक्ति हुई है
बता दें कि शीर्ष अदालत में अबतक केवल 8 महिला जजों की नियुक्ति हुई है. अभी की बात करें तो सुप्रीम कोर्ट में फिलहाल एक महिला जज जस्टिस इंदिरा बनर्जी हैं. वह सितंबर 2022 में सेवानिवृत्त होने वाली हैं.
HIGHLIGHTS
- सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया रिपोर्टिंग पर जताई नाराजगी
- कॉलेजियम ने अभी तक सरकार को नहीं भेजी लिस्ट
- कॉलेजियम की बैठक अभी चल रही है
Source : Arvind Singh